कमलनाथ को इंदौर का साथ पसंद है…..
महाकौशल के दिग्गज को रास आया निमाड़-मालवा
प्रदीप जायसवाल




भोपाल. कमलनाथ ने यूं तो अपनी टीम में मध्यप्रदेश के कई बड़े चेहरे शामिल किए हैं, लेकिन उन्होने सबसे ज्यादा भरोसा मालवा और निमाड़ पर जताया है. महाकौशल के इस दिग्गज की टीम में अहम पदों पर सबसे ज्यादा इंदौर के नेता काबिज हैं. कई बार के मंत्री रह चुके और मध्यप्रदेश गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष के तौर पर अपनी साख और धाक जमा चुके पूर्व वरिष्ठ नेता चंद्रप्रभाष शेखर को न केवल प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया, बल्कि उन्हें संगठन के प्रभारी के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी भी दी गई. कमलनाथ ने जब चार कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किए, तो इनमे एक निमाड़ से वरिष्ठ नेता और विधानसभा में कांग्रेस की ओर से उपनेता रहे बाला बच्चन को शामिल किया.इतना ही नहीं, उन्होंने वरिष्ठ नेता और विधायक जीतू पटवारी को अपनी टीम में जगह दी. जीतू भी इंदौर से आते हैं. इसी तरह जब कमलनाथ को अपनी टीम में एक और भरोसेमंद चेहरे की जरूरत पड़ी, तो उन्होंने अपने मीडिया समन्वयक के तौर पर इंदौर के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सलूजा को अपना खास बनाया. जैसा कि राजनीतिक गलियारों में सुनाई पड़ रहा है कि वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल यानी, मानक भाई को इस बार विधानसभा का चुनाव लड़ना है, इसीलिए उनके स्थान पर इंदौर की वरिष्ठ नेत्री श्रीमती शोभा ओझा को मीडिया की कमान सौंपी गई है. श्रीमती ओझा महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुकी हैं और राष्ट्रीय प्रवक्ता के तौर पर नेशनल मीडिया में उनकी बड़ी भूमिका सामने आ चुकी है. उधर मालवा की मीनाक्षी नटराजन जरूर कुछ वक्त कमलनाथ से नाराज चली पर घोषणा पत्र समिति के बहाने अब जाहिर तौर पर तो सबकुछ ठीकठाक दिखाई पड़ रहा है. कमलनाथ ने इंदौर को और तवज्जो देते हुए महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती अर्चना जायसवाल को न केवल चुनाव अभियान समिति से जोड़ा, बल्कि उन्हें प्रदेश कांग्रेस का उपाध्यक्ष पद भी सौंपा. इंदौर के ही एक और बड़े नेता तुलसी सिला़वट को भी यही पद सौंपा. इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए गए अरुण यादव के विधायक भाई सचिन यादव को अपनी टीम में प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया. निमाड़ के अरुण की नाराजगी भी अब दूर हो चुकी है, क्योंकि राहुल गांधी ने उन्हें अपनी टीम में विशेष आमंत्रित के तौर पर शामिल कर लिया है. यह ऐसी कार्यसमिति है, जिससे एमपी के कई दिग्गज बाहर हो चुके हैं. अब सुना है कि इंदौर के एक और वरिष्ठ नेता जो कि शिवराज सरकार के लिए परेशानी का सबब बनते रहे हैं, पूर्व मुख्य प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा भी जल्द ही कमलनाथ की टीम के एक खास सिपहसालार बनने जा रहे हैं. मालवा के दिग्विजय सिंह पहले से ही कांग्रेस का रास्ता आसान करने के लिए कमलनाथ का साथ निभा रहे हैं. सज्जन वर्मा कमलनाथ की घोषित ताकत है, इसलिये कोई भी पद उनके आगे बौना ही है. बस, एक कमी है, इंदौर के घाघ राजनीतिज्ञ और राजनीति के चाणक्य महेश जोशी की. अब फैसला तो कमलनाथ को करना है.एक और खास बात अजय सिंह मकड़ाई और प्रदेश प्रवक्ता सुश्री संगीता शर्मा का वास्ता भी निमाड़ क्षेत्र से ही है. जबकि हाल ही में श्रीमती शोभा ओझा की टीम में शामिल किए गए अभय दुबे राष्ट्रीय स्तर की राजनीति में दांवपेच आजमाने के बाद कमलनाथ टीम के खास नेता बन गए हैं. दुबे को मीडिया टीम में प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है. पूर्व राज्यसभा सांसद सुश्री विजयलक्ष्मी साधौ भी एक प्रमुख रणनीतिकार के तौर पर कमलनाथ की टीम में शामिल मानी जा रही हैं. updatempcg.com