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???? *सुप्रभातम्* ????
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द…………….5119
विक्रम संवत्…………..2074
शक संवत्……………..1939
रवि………………..उत्तरायण
मास…………………..फाल्गुन
पक्ष………………………कृष्ण
तिथी………………….त्रयोदशी
रात्रि 10.34 पर्यंत पश्चात चतुर्दशी
तिथि स्वामी…………….काम
नित्यदेवी…………..सर्वमंगला
सूर्योदय……….07.00.15 पर
सूर्यास्त……….06.22.29 पर
नक्षत्र………………उत्तराषाढ़ा
प्रातः 04.56 पर्यंत पश्चात श्रवण
योग………………………सिद्धि
दोप. 02.32 पर्यंत पश्चात व्यतिपाद
करण……………………..गरज
प्रातः 09.21 पर्यंत पश्चात वणिज
ऋतु………………………शिशिर
दिन……………………मंगलवार
???????? *आंग्ल मतानुसार* :-
13 फरवरी सन 2018 ईस्वी |
⚜ *तिथि विशेष :*
???? *महाशिवरात्रि -*
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को शिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि के प्रारंभ में इसी दिन मध्यरात्रि भगवान शंकर का ब्रह्मा से रुद्र के रूप में अवतरण हुआ था। प्रलय की वेला में इसी दिन प्रदोष के समय भगवान शिव तांडव करते हुए ब्रह्मांड को तीसरे नेत्र की ज्वाला से समाप्त कर देते हैं। इसीलिए इसे महाशिवरात्रि अथवा कालरात्रि कहा गया। कई स्थानों पर यह भी माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव का विवाह हुआ था |
तीनों भुवनों की अपार सुंदरी तथा शीलवती गौरां को अर्धांगिनी बनाने वाले शिव प्रेतों व पिशाचों से घिरे रहते हैं। उनका रूप बड़ा अजीब है। शरीर पर मसानों की भस्म, गले में सर्पों का हार, कंठ में विष, जटाओं में जगत-तारिणी पावन गंगा तथा माथे में प्रलयंकर ज्वाला है। बैल को वाहन के रूप में स्वीकार करने वाले शिव अमंगल रूप होने पर भी भक्तों का मंगल करते हैं और श्री-संपत्ति प्रदान करते हैं।
महाशिवरात्रि से संबंधित कई पौराणिक कथाएँ भी हैं जो बहुत प्रेरणादाई हैं | ऐसी ही एक कथा में चित्रभानु नामक एक शिकारी का उल्लेख मिलता है | चित्रभानु को महाशिवरात्रि के व्रत का कोई ज्ञान नहीं था | वह जंगल के जानवरों को मारकर अपना जीवन यापन करता था | एक बार महाशिवरात्रि के दिन अनजाने में उसे शिवकथा सुनने मिली | शिवकथा सुनने के बाद वह शिकार की खोज में जंगल गया | वहाँ शिकार का इंतज़ार करते-करते वह अनजाने में बेल के पत्ते तोड़कर घास के ढेर के नीचे ढँके हुए शिवलिंग पर फेंकता जाता | उसके इस कर्म से प्रसन्न होकर भगवान शिव उसका ह्रदय निर्मल बना देते हैं | उसके मन से हिंसा के विचार नष्ट जाते हैं | वह जंगल शिकार करने गया था किंतु एक के बाद एक ४ हिरणों को जीवनदान देता है | उस दिन के बाद से चित्रभानु शिकारी का जीवन छोड़ देता है |
☸ शुभ अंक………….4
???? शुभ रंग………..काला
???????? *राहुकाल* :
दोप 03.29 से 04.53 तक ।
???? *दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 09.51 से 11.16 तक चंचल
प्रात: 11.16 से 12.40 तक लाभ
दोप. 12.40 से 02.04 तक अमृत
दोप. 03.29 से 04.53 तक शुभ
रात्रि 07.53 से 09.29 तक लाभ ।
???? *आज का मंत्र* :-
|| ॐ नीलकंठाय नमः ||
???? *संस्कृत सुभाषितानि* :-
*हस्तामलकम् :-*
य एको विभाति स्वतः शुद्धचेताः,
प्रकाश स्वरूपोऽपि नानेव धीषु।
शरावोदकस्थोयथा भानुरेकः,
स नित्योपलब्धि स्वरुपोऽहमात्मा ॥८॥
अर्थात :-
जिस प्रकार एक सूर्य अनेक सरोवरों में अनेक रूपों में दिखाई देता है उसी प्रकार जो एक, स्वयं प्रकाशित, शुद्ध, चेतना स्वरुप और नाना बुद्धियों में प्रकाश स्वरुप है, मैं सनातन, निरंतर विद्यमान रहने वाला, वह ज्ञानस्वरुप आत्मा हूँ ॥८॥
???? *आरोग्यं :-*
*मधुमेह के घरेलू नुस्खे :-*
1. डायबिटीज में चीनी वाले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए |
2. इस रोग में धीरे-धीरे पैदल चलना तथा सुबह-२ सैर अवश्य करनी चाहिए ।
3. जामुन के ४ हरे और नरम पत्ते खूब बारीक़ कर ६० ग्राम पानी में रगड़ कर छान लें और सुबह १० दिन तक लगातार पिए ।
4. डायबिटीज के शुरुवात में जामुन के ४ पत्ते प्रातः और शाम को चबाकर खाने से तीसरे दिन से ही लाभ होने लगेगा |
5. डायबिटीज में करेले के रस का सेवन करना भी एक घरेलू नुस्खा है
⚜ *आज का राशिफल* :-
???? *राशि फलादेश मेष* :-
विरोध होगा। नई योजना बनेगी। लाभ के अवसर बढ़ेंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा।
???? *राशि फलादेश वृष* :-
विवेक से कार्य करें। लाभ होगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें।
???? *राशि फलादेश मिथुन* :-
पुराना रोग उभर सकता है। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। बुद्धि का प्रयोग करें। जोखिम न उठाएं।
???? *राशि फलादेश कर्क* :-
विवाद से क्लेश संभव है। प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।
???? *राशि फलादेश सिंह* :-
विवाद से बचें। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। परिवार की चिंता बनी रहेगी।
???????????? *राशि फलादेश कन्या* :-
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। जल्दबाजी न करें।
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
भागदौड़ रहेगी। दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। हानि संभव है।
???? *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
थोड़े प्रयास से कार्यसिद्धि होगी। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। धनलाभ होगा। शारीरिक कष्ट संभव है, धैर्य रखें।
???? *राशि फलादेश धनु* :-
अज्ञात भय सताएगा। शारीरिक कष्ट संभव है। शुभ समाचार मिलेंगे। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी।
???? *राशि फलादेश मकर* :-
वाणी पर नियंत्रण रखें। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार मिलेगा। यात्रा सफल रहेगी। लाभ बढ़ेगा।
???? *राशि फलादेश कुंभ* :-
नेत्र पीड़ा हो सकती है। प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। लेन-देन में सावधानी रखें।
???? *राशि फलादेश मीन* :-
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। शारीरिक कष्ट संभव है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विवाद से बचें।
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।
???? *आप सभी मित्रों को महाशिवरात्री के पावन अवसर पर आत्मीय मंगलकामनायें ।*
।। ???? *शुभम भवतु* ???? ।।
???????????????? *भारत माता की जय* ????????(UpdateMpCg.com)