भोपाल : 12 फरवरी, 2018.
सरकार किसानों की सुनती भी है और किसानों की भलाई के लिये करती भी है। आज जम्बूरी मैदान में किसान सम्मेलन में भाग लेने आये किसानों ने यह बात कही। सीहोर जिले के शिकारपुर के किसान तिलकराम मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की किसानों के लिए की गई घोषणाओं से खुश हैं। उनका कहना है कि गेहूँ के समर्थन मूल्य पर 200 रुपये की प्रोत्साहन राशि से उन्हें लाभ मिलेगा।
खिलचीपुर तहसील जिला राजगढ़ के किसान श्री रामप्रसाद और श्री भंवरलाल किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा की गई घोषणाओं को किसानों की भलाई करने वाली सरकार के रूप में देखते हैं। उनका कहना है कि खेती में लागत बढ़ी है पर सरकार ने गेहूँ समर्थन मूल्य पर प्रोत्साहन राशि देकर बड़ी राहत दी है। शाजापुर जिला तहसील कालापीपल के गाड़ियाखेड़ी ग्राम के कृषक श्री भंवरलाल किसान सम्मेलन की घोषणाओं से खुश हुए। उन्होंने कहा कि इस साल प्रति क्विंटल गेहूँ के समर्थन मूल्य की घोषणा पर 200 रुपये की प्रोत्साहन राशि किसानों के लिये बहुत बड़ी घोषणा है। श्री भंवरलाल कहते हैं कि वह गेहूँ की फसल सबसे ज्यादा क्षेत्र में लेते हैं। काकड़िया पंचायत के ग्राम रसूलिया जिला भोपाल निवासी किसान उमराव सिंह, भानपुरा ग्राम जिला भोपाल के किसान श्री काले खाँ भी कहते हैं कि सरकार न केवल किसानों की सुनती है बल्कि किसानों की भलाई के लिये काम भी करती भी है। ग्राम मेंगरा नवीन के कृषक दयाल सिंह गुर्जर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कृषकों के दर्द को समझकर इसे दूर करने की घोषणाएँ की हैं। उन्होंने कहा कि भावांतर भुगतान योजना सही मायने में तभी सफल हो सकेगी जब किसानों को उनके आदान का समय से भुगतान मिले। अनुसूचित जाति के कृषक श्रीराम ने कहा कि “मुख्यमंत्री ने हमें बहुत कछु दओ है वे सदा सुखी रहें”। ग्राम सुमेर के कृषक श्री विश्वनाथ ने बताया कि किसानों को उनकी फसल की बीमा राशि, समय पर खाद आदान सामग्री और उनकी फसल की उपज का वाजिब मूल्य मिलता रहे, हम इसी में सुखी हैं। किसानों को खसरे की नकल, सीमांकन, कृषि उपज मंडियों में ग्रेडिंग व्यवस्था, खेती को लाभ का धंधा बनाना, एक एकड़ में उपज की 25 हजार कीमत की फसल मिलना और सिंचाई का निरंतर रकबा बढ़ाना जैसे अच्छे कार्यों के दूरगामी परिणाम होंगे। यह सम्मेलन किसानों के कल्याण का इतिहास बनेगा।राजगढ़ जिले के राजेड़ी ग्राम के मांगीलाल खारपा और महेन्द्र सिंह ने खेती के साथ गौ-पालन को बढ़ावा देने के लिये मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा का स्वागत किया। भोपाल जिले के बरखेड़ा पठानी के किसान गजेसिंह ने किसान क्रेडिट कार्ड को रूपे कार्ड में परिवर्तित करने के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त की। इस निर्णय से किसानों को जल्द नगदी मिल सकेगी और उसका उपयोग खेती के लिये किया जा सकेगा। रायसेन जिले के साँची विकासखण्ड के चिरौली गाँव के प्रहलाद सिंह ने प्याज को भावांतर योजना में शामिल करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से प्याज की फसल पर किसानों को सही दाम नहीं मिल पा रहे थे। इस निर्णय से प्याज उत्पादक किसानों को राहत मिलेगी। पन्ना जिले के गुन्नौर तहसील के ग्राम मैना के किसान रामगोविंद ने कस्टम प्रोसेसिंग और सर्विसिंग सेंटर संचालन की जिम्मेदारी किसानों को सौंपे जाने पर खुशी व्यक्त की है। इसी तरह शाजापुर के ग्राम गोयला और ग्राम वेदाननगर के किसानों ने बँटाईदार किसानों को राज्य सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं को महत्वपूर्ण बताया।बैतूल जिले के मुलताई तहसील के प्रभातपट्टन् ब्लाक के ग्राम धावला और हिरड़ी निवासी किसान भाई भीमा साहू और गुलचंद का मुख्य मंत्री द्वारा भावांतर के तहत किसानों को फसलों को बेहतर दाम दिलवाने के लिए शासकीय खर्चे पर गोदाम/वेयरहाउस में फसल रखने की घोषणा पर एक साथ प्रतिक्रिया थी कि “साब जासे तो किसान जी जाएंगा बहुत बड़िया बात कही है मुख्यमंत्री ने”।शाजापुर जिले के ग्राम मौजीपुर निवासी माँगीलाल और मेहरबान सिंह तो इतने प्रसन्न नजर आए कि बोले “राजा जी की जय हो साब, छोटा कास्तकार तो बहुत परेशान था, अब तो मदद मिल जाएंगी।”