
भोपाल। सामान्य, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कर्मचारी अधिकारियों के संगठन (सपाक्स) के संरक्षक एवं पूर्व आईएएस हीरालाल त्रिवेदी ने मुख्य सचिव बीपी सिंह को एक चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने मप्र के आधा दर्जन से ज्यादा आईएएस एवं एक आईपीएस अफसर पर विभागीय मामलों में जातिवाद फैलाने का आरोप लगाया है। श्री त्रिवेदी ने आरोप लगाए हैं कि आईएएस इकबाल सिंह बैस एवं महिला एवं बाल विकास विभाग प्रमुख सचिव जेएन कंसाटिया के संरक्षण में अफसरों का गुट जातिगत भेदभाव फैलाने का काम कर रहा है। त्रिवेदी ने सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रभांशु कमल एवं प्रमुख सचिव रश्मि शमी पर भी आरोप लगाए हैं कि वे जातिगत भेदभाव के आधार पर कार्रवाई कर रही हैं। त्रिवेदी ने इन अफसरों को हटाने की मांग की है। रिटायर्ड आईएएस हीरालाल त्रिवेदी ने आरोप लगाए हैं कि आईएएस अधिकारी इकबाल सिंह बैस के संरक्षण में आधा दर्जन आईएएस अधिकारी सुनियोजित ढंग से सामान्य पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक अधिकार कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहे हैं। जेएन कंसाटिया सामान्य वर्ग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को अवकाश मंजूर नहीं करते हैं। जबकि 2 अप्रैल के आंदोलन के दौरान आरक्षित वर्ग के अधिकारी कर्मचारियों के अवकाश मंजूर किए गए। त्रिवेदी ने पत्र में आगे लिखा है कि प्रभांशु कमल, रश्मि शमी, कातिया, खंडवा कलेक्टर विशेष गढ़पाले व शहडोल एसपी सौरभ भी जातिगत आधार पर पक्षपात कर रहे हैं। हीरालाल त्रिवेदी ने मुख्यसचिव को पत्र लिखकर इन अधिकारियों की गतिविधियों की जांच कराने और महत्त्वपूर्ण पदों से इन्हें हटाने की मांग भी की है। इधर त्रिवेदी की चिट्ठी के विरोध में अजाक्स ने भी मोर्चा संभाल लिया है.