कांग्रेस के लिए अरुण बड़ा चेहरा पर सचिन के लिए पार्टी नहीं तैयार

0 भाई से भाई को भी लड़ाने की साजिश

प्रदीप जायसवाल

भोपाल. राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में फ़िलहाल सर्वे का काम लगभग पूरा हो चुका है और अब प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रुप दिया जा रहा है. प्रदेश के निमाड़ क्षेत्र की बात की जाए तो कांग्रेस के लिए अरुण यादव बड़ा चेहरा है लेकिन भारी मतों से जीते उनके अनुज कसरावद विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक सचिन यादव के लिए अभी पार्टी तैयार नहीं है.
कांग्रेस के अंदरखाने की मानी जाए तो सचिन यादव का नाम फिलहाल होल्ड पर रखा गया है. पार्टी के रणनीतिकार कसरावद विधानसभा क्षेत्र से किसी नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. जबकि, खरगोन विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके रवि जोशी के स्थान पर पार्टी अरुण यादव को चुनावी समर में उतारने की तैयारी कर रही है. हालांकि अरुण यादव खुलकर लोकसभा हो या विधानसभा का चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर चुके हैं. दिलचस्प पहलू यह है कि खरगोन जिले की कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति में स्वर्गीय सुभाष यादव और रवि जोशी परंपरागत विरोधी रहे हैं और यह सिलसिला अब रवि जोशी का अरुण यादव के साथ भी बना हुआ है. उधर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री रवि जोशी ने खरगोन से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर रखी है. खरगोन विधानसभा क्षेत्र में पाटीदार और यादव समाज की बहुलता के साथ ही ब्राह्मण वैश्य समेत अन्य वर्गों का बोलबाला है. पिछले तीन चुनावों से यह सीट बीजेपी के कब्जे में है. बीजेपी ने बालकृष्ण पाटीदार को राज्यमंत्री बनाकर कांग्रेस के लिए यहां चुनौती और कड़ी कर दी है, लेकिन कम समय के लिए मंत्री बनाए गए पाटीदार के सामने भी लोगों की अपेक्षाएं पूरी न कर पाना भी एक बड़ी चुनौती माना जा रहा है. कांग्रेस अगर अरुण यादव को राजी नहीं कर पाई तो दूसरे नंबर पर रवि जोशी, इसके बाद पूर्व विधायक परसराम डंडीर और प्रबल दावेदारों में शांतिलाल पाटीदार का नाम शुमार है. बालकृष्ण पाटीदार के अलावा बीजेपी में भी लंबी फेहरिस्त है. कद्दावर नेता विपिन गौर, पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन के अलावा कल्याण अग्रवाल और वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह राठौर समेत कुछ और दावेदार भी टिकट के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. कांग्रेस की राणनीति अरुण यादव को अपने अनुज सचिन यादव की कसरावद विधानसभा सीट से लड़ाने की भी बताई जा रही है. अगर ऐसा हुआ तो भाई को भाई के खिलाफ लडा़ने की यह एक बड़ी साजिश होगी. updatempcg.com

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief