इधर कटा टिकट, उधर तेज होगी बगावत

0 एंटी इन्कंबेंसी से हलाकाॅन आलाकमान

भोपाल. बीजेपी में टिकट बांटने के साथ ही तेज होगी बगावत, दरअसल, पार्टी ने 70 से ज्यादा टिकट काटना लगभग तय कर लिया है. मध्यप्रदेश की विभिन्न एजेंसियों द्वारा कराए गए सर्वे के आधार पर केंद्रीय नेतृत्व ने अब इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. इसका असर बीजेपी की जारी होने वाली पहली ही सूची में नजर आ सकता है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एंटी इन्कम्बेंसी के साथ ही कांग्रेस से मिल रही कड़ी चुनौती को देखते हुए बीजेपी एक बार फिर राज्य में अपने पुराने नुस्खे को अपनाते हुए कई दिग्गज नेताओं समेत 40 फीसदी विधायकों का पत्ता काट सकती है। पार्टी को लग रहा है कि इन सीटों पर नए उम्मीदवारों को उतारने से वोटरों की नाराजगी दूर हो सकेगी। पार्टी का कहना है कि पिछली बार भी उसने लगभग 25 फीसदी उम्मीदवार बदल दिए थे, जिसके सकारात्मक नतीजे देखने को मिले थे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की ओर से हाल ही में सभी विधायकों के बारे में सर्वे कराया गया है और इसकी रिपोर्ट लगभग तैयार है। उम्मीद है कि अगले एक से दो दिन में इस रिपोर्ट पर पार्टी के दिग्गज नेता विचार करेंगे। इसके अलावा पार्टी को पहले भी ऐसे विधायकों के बारे में जानकारी मिल चुकी है, जिनसे वहां के वोटर नाराज हैं। सूत्रों का कहना है कि हाल ही में जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जन-आशीर्वाद यात्रा पर निकले थे, उस वक्त भी विधानसभा क्षेत्र के स्तर पर यह आकलन किया गया था कि किस विधायक के प्रति लोगों का विश्वास है और किनके प्रति नाराजगी। पार्टी के एक नेता के मुताबिक इसका आकलन इस आधार पर भी किया गया कि जन-आशीर्वाद यात्रा के दौरान कितनी भीड़ थी और उसका रुख क्या था। कुछ जगह खुद मुखयमंत्री को स्थानीय लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ी थी। जिससे पता चला कि वहां के विधायकों की परफॉर्मेंस से लोग नाखुश हैं। इसी तरह के फीडबैक लेकर अब पार्टी इस तैयारी में है कि ऐंटी इन्कम्बेंसी को कम करने के लिए 40 फीसदी तक विधायक बदल दिए जाएं। इस फार्मूले की जद में कई दिग्गज मंत्री भी आ सकते हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि आकलन लगाया जा रहा है कि पिछली बार बीजेपी के जीते 165 में से 60 से 70 विधायकों का टिकट काटा जा सकता है। उनकी जगह पार्टी युवा और ऐसे नेताओं को टिकट देने की तेयारी में है, जिनकी छवि बेहतर हो और युवा वर्ग को रिझा सकें। कांग्रेस के अंदरखाने की मानें तो पार्टी के रणनीतिकारों की पैनी निगाह बीजेपी की जारी होने वाली सूची पर टिकी हुई है.

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief