

वाल्मी में वतन को जानो कार्यक्रम का उद्घाटन
भोपाल (Update/दैनिक जयहिन्द न्यूज)। नेहरू युवा केंद्र संगठन (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार) द्वारा गृह मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से म.प्र जल एवं भूमि प्रबंध संस्थान (वाल्मी) में वतन को जानो कश्मीरी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम 2018 का उद्घाटन ब्रिगेडियर राजेश जोशी के मुख्य आतिथ्य में तथा राज्य निदेशक नेहरू युवा केंद्र संगठन त्रिलोकीनाथ मिश्रा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ ।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में निदेशक वाल्मी श्रीमती उर्मिला शुक्ला आईएएस, जिला युवा समन्वयक डॉ. सुरेंद्र शुक्ला, पवन दुबे उपस्थित रहे,प्रो.विवेक भट्ट उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शुभम चौहान व आभार अतुल सिंह राजावत ने व्यक्त किया।
ब्रिगेडियर श्री जोशी ने कहा कि कश्मीर में अमन और भाईचारा को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी सभी युवाओं की है हमें धर्म, जाति, संप्रदाय से ऊपर उठकर देश के लिए काम करना होगा । उस में शिक्षा की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है आज कश्मीर घाटी में शिक्षा का प्रतिशत दिनों दिन बढ़ रहा है मैं जब अपनी सेवा के दौरान कारगिल में था तो मैंने देखा है कि कश्मीर के लोग सभी को साथ लेकर चलने वाले होते हैं कई बार तो ऑपरेशन में भी उन्होंने सेना के फौजियों की मदद की है। वतन को जानो कार्यक्रम के माध्यम से जो भी संस्मरण रहे उसे जाकर वहां के लोगों को अवश्य सुनाना चाहिए। राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए हमें अपने दृष्टिकोण को विकसित करना होगा और समग्रता के आधार पर भारत को देखना होगा। इतनी भाषा- बोली, खान-पान अलग होने के बाद भी हम सब एक हैं यह हमारी एकता को दर्शाता है नई पीढ़ी की जिम्मेदारी इन सब को कायम रखना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नेहरू युवा केंद्र के निदेशक श्री त्रिलोकी नाथ मिश्रा ने कहा कि
भारत युवाओं का देश है और युवा नव भारत के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। ‘वतन को जानो’ नामक योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक अभिनव पहल है जिसका उद्देश्य देश के विभिन्न भागों के वर्तमान सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना और देश के अलग-अलग राज्यों में रहने वाले लोगों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाना तथा राष्ट्रीय एकता सुदृढ़ करते हुए बेहतरीन साझेदारी करना है। कश्मीर घाटी में युवाओं की भूमिका और जिम्मेदारी अद्भुत रही है वे राष्ट्र की शान है और उन्हें अपनी भूमि पर सदैव गर्व रहा है। लेकिन वर्तमान समय में कुछ चुनौतियां हमारे समक्ष उपस्थित हुई हैं जिन से निपटने के लिए हम सबको एक होने की आवश्यकता है। ‘वतन को जानो’ कार्यक्रम के माध्यम से कश्मीरी घाटी के युवाओं में राष्ट्रीय एकता, अखंडता और शांति की भावना विकसित होगी तथा भारतीय संविधान के प्रति उनकी निष्ठा, जवाबदेही के साथ- साथ में भारत की गौरवशाली एवं विविधता पूर्ण संस्कृति से भी परिचित एवं रूबरू हो पाएंगे।
कश्मीर के सभी प्रतिभागी सांस्कृतिक दूत के रूप में मध्य प्रदेश के युवाओं को अपने राज्य की संस्कृति से परिचित कराएंगे। यह कार्यक्रम युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना को विकसित करने के साथ-साथ अपने देश की संस्कृति को गहराई से समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।
ज्ञात हो कि कार्यक्रम में कश्मीर घाटी के संवेदनशील 6 जिलों अनंतनाग, श्रीनगर, बारामुला बड़गाम, पुलवामा एवं कुपवाड़ा से 18 से 22 उम्र के चयनित 132 युवा सहभागिता करेंगे।
छः दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न सत्रों पर व्याख्यान, सांची, मानव संग्रहालय, ताजुल मस्जिद तथा विभिन्न पर्यटक स्थलों के साथ शैक्षणिक संस्थाओं का भ्रमण, फ़ूड फेस्टिवल, हस्तशिल्प प्रदर्शनी तथा प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें कश्मीर एवं मध्य प्रदेश के युवा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे।
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