ग्वालियर. दादा की मुँहबोली वयोवृद्ध बहन श्रीमती जनेव वाई ने दादा के निवास सेवपथ पर आकर दादा के हाथ में भाई बहन के पवित्र रिश्ते का मजबूत धागा दादा जयभान सिंह पवैया के हाथ में बांध अपनी उस पवित्र परंपरा को जारी रखा जो पिछले 41 बर्ष से निरंतर चली आ रही है। बकौल पवैया, 76 वर्षीय बहन श्रीमती जेनव बाई जब हम भाइयों के हाथ पर आज के दिन स्नेह का पवित्र धागा बांधतीं हैं तब उनकी आँखों में स्नेह का समन्दर होता है , यही तो हमारे भारत की संस्कृति है जहाँ रिश्तों की पवित्र सुगंध से सम्पूर्ण वातावरण आच्छादित रहता है.