नगर परिषद चुनाव को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू

खिरकिया, हरदा UPDATE/ जयहिन्द न्यूज़ सुनील मालाकार। अगर सामान्य व पिछड़ा वर्ग पुरुष आरक्षण आता है, तो कई नेताओं की दावेदारी है टिकट लेने की। नगर के नेताओं ने जनता में अपनी पैठ बनाना अभी से शुरू कर दी है।

पिछड़ा वर्ग आरक्षण आता है, तब भाजपा से पूनमचंद गुप्ता जो पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं और सक्रिय भी हैं। प्रबल दावेदारों में सन्तोष यादव भी हैं, जो पिछली बार चुनाव लड़ चुके हैं। मंडी में उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। सरल सहज हैं, राजनीति में सक्रिय हैं। युवा नेता किशोर राठौर सोशल मीडिया पर अपनी दावेदारी जता चुके हैं। अगर भाजपा छीपाबड़ से दांव खेलती है तो छीपाबड़ से युवा नेता विजयंत गौर हैं। नगर परिषद में एल्डरमेन रह चुके हैं। काफी सक्रिय रहते हैं।
वहीं, कांग्रेस के नेता भी अपनी पैठ बनाने में जुटे हुए हैं। कांग्रेस के सबसे मेहनती युवा नेता दुर्गादास पाटील हैं, जो काफी सक्रिय हैंं। उनकी पत्नी वर्तमान नगर परिषद अध्यक्ष हैं। इसका फायदा उन्हें मिलेगा। इसके अलावा उनका कार्यकाल बढ़िया रहा। कई विकास कार्य किये हैं। सभी वर्गो में पैठ है। इसके बाद रामकृष्ण आंजने काफी सक्रिय हैं। अगर कांग्रेस पार्टी छीपाबड़ से दांव खेलती है, तो वहां से अनिल मालाकार युवा नेता हैं, जो काफी सक्रिय हैं। उनकी पत्नी वार्ड 15 से पार्षद है। राजनीति में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। छीपाबड़ में वर्चस्व के अलावा खिरकिया में भी व्यापारियों के बीच अच्छी पैठ है। खिरकिया में दस वार्ड की संख्या है। छीपाबड़ में पांच वार्ड है, छीपाबड़ में कईं बार थोक वोट मिले हैं। इसके कारण छीपाबड़ के वोटरों पर खास नजर रहेगी। बहरहाल, टिकट देना तो आलाकमान तय करेगा।

भाजपा को छीपाबड़ से टिकट देना चाहिए, क्योंकि पिछली बार भी खिरकिया से टिकट दी थी, इसलिए अब छीपाबड़ वालो को टिकट मिलना चाहिए। कांग्रेस ने छीपाबड़ से दो बार टिकट दी और दो बार चुनाव जीते हैं इसलिये छीपाबड़ वालो को टिकट मिलना चाहिए। सन 2000 से 2015 तक कांग्रेस से भागीरथ खरबड़िया व 2010 से रमेश लोमारे 2015 तक रह चुके हैं। इसके बाद कोई नही बना।updatempcg.com

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief