श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र मैहर का माँ शारदा मंदिर

मैहर सतना से मुकेश जायसवाल

हाड़ी पर मां शारदा का मंदिर, जिसमें विराजित है मां शारदा। जो कि दुर्गा माता के नौ रूपों में से एक रूप है, जो अपने आप में जागृत है।

मां के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु आसपास के क्षेत्र सहित पूरे भारत से पहुंचते हैं। माता से जो भी मन्नत मांगते हैं, वह श्रद्धालुओं की पूरी होती है। मंदिर के मुख्य पुजारी के अनुसार वर्ष में दो बार यहां नवरात्रि के समय मेले का आयोजन किया जाता है। मंदिर के द्वार प्रातः 5:00 बजे से खोले जाते हैं एवं रात 8:30 बजे बंद किए जाते हैं। प्रतिदिन माता की आरती प्रातः 5:00 बजे, दोपहर 1:00 बजे, शाम 8:00 बजे बजे की जाती है। श्रद्धालुओं के अनुसार मान्यता है कि आल्हा उदल मां के परम भक्त थे। सैकड़ों वर्षों से प्रातः 4:00 बजे मंदिर के दरवाजे खुलने के पहले माता शारदा की पूजा-पाठ फूल चढ़ाकर जाते हैं। वहां स्थित पुजारी जी के अनुसार प्रातः गेट खोलने पर रोजाना माता के चरणों में ताजे फूल चढ़े पाए जाते हैं। उनका मानना है कि उक्त फूल आल्हा उदल द्वारा माता को चढ़ाए जाते हैं। पहाड़ी पर स्थित मां शारदा मंदिर में जाने के लिए सीधी चढ़ाई सीढ़ियों के माध्यम से भी चढ़ सकते हैं। लगभग 1000 सीढ़ियां चढ़कर माता के दर्शन किए जा सकते हैं। बुजुर्ग, श्रद्धालु, दिव्यांग, बच्चे, महिलाएं लिफ्ट द्वारा सीधे मां के दर्शन कर सकते हैं।

कैसे पहुंचे मैहर– मैहर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार जाने वाली मुख्य रेलवे लाइन के मार्ग पर स्थित है। सतना से बस एवं ट्रेन दोनों से पहुंचा जा सकता है। हवाई यात्रा से जबलपुर एवं खजुराहो पहुंचकर बस या ट्रेन से मैहर के लिए जाया जा सकता है। मैहर स्थिति रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड से ऑटो द्वारा मां शारदा के मंदिर जाया जाता है।updatempcg.com

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief