पुलिस ने बैंकों एवं अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की चैकिंग की

खरगोन UPDATE/ दैनिक जयहिन्द न्यूज़।
पुलिस अधीक्षक श्री सुनील पांडेय द्वारा शहर के बैंक एवं फाईनेंस से संबंधित अन्य प्रतिष्ठानों पर चैकिंग करने के आदेश दिए गए थे। इसी के अंतर्गत बुधवार खरगोन थाना प्रभारी श्री ललित सिंह डागुर ने एसआई शिवराम यादव व वर्षा सोलंकी सहित टीम बनाकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सहित शहर के सभी महत्वपूर्ण बैंकों सहित 20 प्रतिष्ठानों की चैकिंग की गई। साथ ही बैंक की सुरक्षा संबंधित व्यवस्थाओं को चेक कर बैंक मैनेजर एवं स्टॉफ को आवश्यक निर्देश दिए गए। इस दौरान बैंक के आसपास संदिग्ध व्यपारियों की चैकिंग की गई एवं कुछ लोगों को पुछताछ के लिए थाने लाया गया। चेकिंग के दौरान प्रत्येक बैंक में एक रजिस्टर भी रखा गया, जिसमें नियमित चेकिंग दर्ज की जाएगी। इससे बैंक मैनेजर एवं सुरक्षा कर्मी को अवगत कराया गया।

जिला अभियोजन कार्यालय में गवाह सहायता केंद्र किया स्थापित

खरगोन UPDATE/ दैनिक जयहिन्द न्यूज़। सहायक जिला अभियोजन अधिकारी रमेश जाट ने बताया कि खरगोन के जिला न्यायालय परिसर में गवाहों की मदद के लिए जिला अभियोजन कार्यालय में गवाह सहायता केंद्र स्थापित किया गया है। इस केंद्र के प्रारंभ होने से न्यायालय में आने वाले गवाहों को अब इधर-उधर भटकना नहीं पडे़गा। इस केंद्र के लिए अभियोजन कार्यालय के सहायक ग्रेड-तीन संतोष पाटीदार को प्रभारी बनाया गया है। सहायक जिला अभियोजन अधिकारी श्री जाट ने कहा कि आपराधिक घटनाओं से संबंधित प्रकरणों में पुलिस द्वारा अनुसंधान में बनाए गए साक्षियों, जिसमें वह फरियादी जिसके द्वारा आरोपी के विरूद्ध रिपोर्ट लिखवाई है, स्वतंत्र साक्षी आदि गवाहों की मदद के लिए यह पहल राजेंद्र कुमार (आईपीएस) पुलिस महानिदेशक/संचालक लोक अभियोजन संचालनालय महोदय के मार्गदर्शन में की गई है। इसका उद्देश्य यह है कि गवाहों में उसकी गवाही किस अभियोजन अधिकारी/सरकारी अधिवक्ता द्वारा किस न्यायालय में करवाई जाएगी, इस संबंध में साक्षियों द्वारा गवाह सहायता केंद्र से गवाही के संबंध में जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकेगी। इस अवसर पर उप संचालक श्री झबरसिंह मुवेल जिला लोक अभियोजन अधिकारी श्री जेएस तोमर सहित कार्यालय का अमला उपस्थित रहा।

प्रत्येक माह दो दिन सरकार आपके द्वार

समावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में प्रशासन ने बनाई रूपरेखा

खरगोन UPDATE/ दैनिक जयहिन्द न्यूज़। मप्र शासन का एक अगस्त से प्रारंभ हो रहे सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड द्वारा अधिकारियों के समक्ष योजना का स्वरूप रखा गया। समस्त जिलाधिकारियों ने इस कार्यक्रम को लेकर अपने-अपने विचार भी रखे। रूपरेखा अनुसार अब हर माह दूसरे और चौथे शुक्रवार को दो जनपदों के दो गांवों में एक दर्जन से अधिक अधिकारी भ्रमण कर व्यवस्थाओं का वास्तविक जायजा लेंगे। यह गांव हॉट बाजार वाले होंगे। कलेक्टर श्री डाड ने कहा कि किसी भी अधिकारी को रेंडमली चयनित होने वाले गांव की जानकारी नहीं होगी। सभी अधिकारी एक बस में जाएंगे। अगस्त माह में राष्ट्रीय पर्व व अनेक त्यौहार होने के कारण 9 अगस्त व 24 अगस्त को सरकार आपके द्वार कार्यक्रम अंतर्गत पहला और दूसरा भ्रमण होगा। बैठक में सभी अनुभागों के एसडीएम और जिलाधिकारी उपस्थित रहे।

गांव भ्रमण के बाद होगी समीक्षा

सरकार आपके द्वार कार्यक्रम अंतर्गत भ्रमण करने के पश्चात जनपद स्तर पर समीक्षा बैठक आयोजित होगी। समीक्षा के पश्चात उसकी पूरी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी, जिसमें प्राप्त होने वाले आवेदन, निराकृत हुए आवेदनों की संख्या विषयवार और यदि निराकरण करने में समय लगे, तो समय का उल्लेख भी निश्चित रूप से करना होगा। जिन विभागों द्वारा भ्रमण किया जाना है, उनमें बिजली, कृषि, उद्यानिकी, पीएचई, राजस्व, जनपद, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास और खाद्य विभाग के अलावा अन्य जो सीधे तौर पर आम नागरिकों की मुलभूत सुविधाओं व आवश्यकताओं से जुड़े है।

समस्याओं के निराकरण पर ज्यादा जोर

बैठक में कलेक्टर श्री डाड ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए कि गत दिवस मंगलवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा जनाधिकार कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके माध्यम से उन्होंने प्रदेश के समस्त अधिकारियों से आम नागरिकों की समस्याओं का निराकरण करने की महत्वपूर्ण बात कहीं। उन्होंने कहा कि अब सीएम हेल्पलाईन पर प्राप्त होने वाली शिकायतों पर ही अधिकारी निर्भर नहीं रहें। जिस भी स्तर से शिकायत प्राप्त हो रही है, उसका निराकरण होना ही चाहिए। साथ ही 20 जून के बाद से सीएम हेल्पलाईन पर प्राप्त हुई शिकायतों के निराकरण में तेजी लाया जाए। अक्सर यह देखने में आया कि जनाधिकार कार्यक्रम में शिकायतों के चयनित प्रकरणों का निराकरण एक-दो दिन के भीतर ही कर दिया जाता है। अर्थात पहले भी किया जा सकता है। इसलिए अधिकारी अपनी पुरानी परंपरा को छोड़े और समस्याओं के निराकरण पर ज्यादा ध्यान दें। सभी अधिकारी अब निराकरण करने की आदत और नई प्रथा को प्रारंभ करें। बैठक में जनसुनवाई, सीएम हेल्पलाईन और डीओ लेटर की भी समीक्षा की गई। UPDATEMPCG.COM

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief