• मकड़ाई का किला बना आकर्षण का केंद्र, खूब लुभा रहा है देशभर के पर्यटकों को
यहां नागझिरी चमत्कारी कुंड है, जिसमें वर्षभर बर्फ जैसा पानी रहता है। नदी के सूख जाने के बावजूद कुंड में पानी बना रहता है। नदी से तीन सौ फीट की ऊंचाई पर पहाड़ी पर यह कुंड है। मकड़ाई किले की सुरक्षा में चारों ओर सयानी नदी बहती है। सयानी नदी में एक टापू के रूप में मकड़ाई का किला है, जो दर्शकों को खूब लुभाता है। वे यहां मौजूद प्राकृतिक सौंदर्य का भरपूर आनंद लेते हैं। यह किला मकड़ाई राजघराने के शाह परिवार ने बनवाया था। यहां बहुत सुंदर-सुंदर स्पाॅट देखने योग्य है। जैसे, शंकर मंदिर, राम मंदिर 400 साल से भी ज्यादा पुराना है। कचहरी जो वर्तमान में स्कूल भवन है। इसे शाह परिवार ने सरकार को दान कर दी है, जिसके बाद स्कूल शुरू हुई। दीवान महल जो वर्तमान में वन का विश्राम भवन है।
यहां तोप भी रखी गई हैं। यहां के निवासी बताते हैं कि यह तोप सजंय शाह के जन्मदिन पर दी गई थी। महल से झरझर बहती नदी, प्राकृतिक संपदा से आच्छादित पहाड़ बहुत सुंदर दिखाई देते हैं।
इस रमणीय स्थल को देखने बरसात के मौसम में ज्यादा पर्यटक पहुंचते हैं। इस स्थान पर पहुंचने के लिए आपको रेलवे मार्ग से खिरकिया स्टेशन या हरदा स्टेशन उतरना होगा। यहीं से सड़क मार्ग से पहुंचना पड़ेगा।
मकड़ाई राजघराने के वंशज अजय शाह आदिवासी नेता हैं। शाह परिवार का कांग्रेस और बीजेपी से भी नाता है। अजय शाह के भाई विजय शाह हैं, जो पूर्व मंत्री व हरसूद के वर्तमान विधायक हैं। इसके अलावा छोटे भाई संजय शाह टिमरनी से विधायक हैं। अजय शाह के पुत्र भी टिमरनी से विधानसभा चुनाव लड़कर सियासत में अपने दांव-पेच आजमा रहे हैं। शाह राजपरिवार आज भी गरीबों की मदद करने में तत्पर रहता है। UPDATEMPCG/Bhopal
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