मेरे जाने-बूझे संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान – लाल सिंह आर्य

जन्म-दिन : 5 मार्च पर विशेष

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को संवेदनशील व्यक्ति कहना सही होगा। सभी जानते हैं कि एक सहज और सरल व्यक्तित्व आज प्रदेश का मुख्यमंत्री है, जो दिन-रात मेहनत कर सिर्फ किसान और गरीब तबके के लोगों के कल्याण के लिये कार्य कर रहे हैं। उनकी प्रसिद्धि दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उनको प्रदेश में ही नहीं देश-विदेश सहित बच्चा-बच्चा जानता है। उनकी लोकप्रियता उनके काम की बदौलत ही हुई है। अच्छाई और सच्चाई के साथ वे इस बुलंदी पर पहुँचे हैं।

सहज-सरल श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में प्रदेश के विकास और उत्थान के इतने काम किये हैं, जो पहले कभी नहीं हुए और इन कामों की कल्पना भी कोई नहीं कर सकता था। श्री चौहान ने गरीब कल्याण सहित महिलाओं के लिये जो योजनाएँ बनाईं, उनका अनुकरण दूसरी राज्य सरकारें भी कर रही है। कमजोर वर्ग को लाभान्वित कर सभी को समानता और मुख्य-धारा में लाने का काम श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बनाई गई योजनाओं ने ही किया है। उन्होंने अनुसूचित जाति-जनजाति की जनसंख्या के आधार पर बजट में प्रावधान कर इन कमजोर वर्गों का विशेष ध्यान रखा है।

शिवराज जी ने प्रदेश के युवाओं की बेहतरी के प्रयास जारी रखे हैं। उन्होंने प्रदेश के युवाओं को कौशल एवं व्यक्तित्व विकास के जरिये हुनरमंद बनाने की पहल की है। साथ ही प्रदेश में उद्योग स्थापित करने लैण्ड बैंक बनाया है, ताकि उद्योगपति प्रदेश में उद्योग लगा सकें और प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिल सके। उनकी सोच है कि प्रदेश का युवा नौकरी करने वाला नहीं, खुद नौकरी देने वाला बने।

श्री शिवराज सिंह चौहान की प्रशासनिक दक्षता भी देखते ही बनती है। शिवराज जी एक साधारण व्यक्तित्व, अहंकार से परे, लेकिन शासन-प्रशासन की सफलता के लिये कठोर शासक के रूप में जाने जाते हैं। वहीं दूसरी ओर वे शासकीय सेवकों के हितों की रक्षा के लिये पारिवारिक संरक्षक और जन-पालक की भूमिका में भी नजर आते हैं।

शिवराज जी जब किसी काम को हाथ में लेते हैं, तो उसे पूरा करना उनका लक्ष्य होता है। वे अपने परिश्रम, रणनीति, टीम-भावना के साथ काम कर उसे पूरा करते हैं। उनकी काम करने की यही शैली उन्हें काबिले तारीफ बनाती है।

शिवराज जी कार्यकाल में किसानों के उत्थान के लिए बेहतर प्रयास किए गए है। सिंचाई सुविधाओं को लगातार विस्तार किया जा रहा है। नागरिकों की सुरक्षा के लिये डायल-100 जैसी सुविधा शुरू कर नागरिकों को भयमुक्त किया गया है। वहीं डायल-100 के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आई है और घायलों को तत्काल आपात सुविधा मिलने लगी है। लोक स्वास्थ्य की चिंता कर शिवराज जी ने इस क्षेत्र में भी जन-कल्याणकारी योजनाएँ बनाई। संजीवनी-108 भी प्रदेश के दूरस्थ अंचल तक अपनी त्वरित सेवा दे रही है। शिवराज जी ने प्रदेश में सड़कों का जाल बुन दिया है। इससे आवागमन सुगम हुआ है। सही मायने में शिवराज जी ने दीनदयाल उपाध्याय जी के सपनों को साकार करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। उनकी तरह  प्रदेश में पिछली सरकारें काम करती, तो आज कोई भी गरीब नहीं होता और प्रदेश बहुत पहले ही आज की स्थिति में आ जाता। 

जहाँ तक शिवराज जी के राजनेता स्वरूप की बात है, तो यह निर्विवाद रूप से कहा जा सकता है कि वे मध्यप्रदेश की राजनीति के अजातशत्रु हैं। एक साधारण कार्यकर्ता से मुख्यमंत्री तक का सफर उन्हें कुशल राजनीतिज्ञ बनाता है। युवावस्था से आज तक उनका सांगठनिक कौशल, मातृ संस्था के प्रति निष्ठा और समर्पण उन्हें बिरला बनाता है। मैंने उनके जैसे कर्मठ, कल्पनाशील, ऊर्जावान, रणनीतिकार और वाकपटुता, वाक चातुर्य के धनी बहुत कम देखे हैं। एक कार्यकर्ता उनसे बहुत कुछ सीख सकता है।

सही मायने में तो उन्हें चैन से न बैठने वाला परिश्रमी व्यक्ति कहे जाने में भी अतिशयोक्ति नहीं होगी। शिवराज जी में गरीब कल्याण के प्रति कार्य करने की एक बैचेनी सी रहती है। वे निरंतर उनके उत्थान के लिये काम करना चाहते हैं। उन्हीं के लिये बनाई गई कल्याणकारी योजनाओं और प्रदेश के विकास के काम के जरिये आज प्रदेश बुलंदियों पर है और उसकी देश में एक अलग पहचान है। आज वे देश में एक आदर्श मुख्यमंत्री के रूप में गौरवशाली और लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं। अपनी सहज, सरल विशेषताओं के कारण ही वे संवेदनशील जन-नायक भी हैं। वे शतायु हों और इसी तरह हमारा मार्गदर्शन करते रहें। जन्म-दिन की शुभकामनाओं के साथ यही कामना है।

 (लेखक मध्यप्रदेश शासन में नर्मदा घाटी विकास (स्वतंत्र प्रभार), सामान्य प्रशासन, विमानन, अनुसूचित-जाति कल्याण, जनजातीय कार्य और आनंद विभाग के राज्य मंत्री हैं।)

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief

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