मध्यप्रदेश में माफिया के खिलाफ लगातार जीरो टॉलरेंस की पालिसी अपनाई जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। भू माफिया, शराब माफिया, खनन माफिया, मिलावट खोरों के साथ ही गुंडे बदमाश, अपराधी जो मध्य प्रदेश की शांतिप्रिय जनता की शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं, उनके खिलाफ शिवराज सरकार लगातार सख्त कार्रवाई सरकार कर रही है। सरकारी जमीन पर अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर चलाया जा रहा है। नाबालिगों के साथ दुष्कर्म करने वाले के खिलाफ बुलडोजर की चर्चा देशभर में हो रही है। मुरैना प्रशासन द्वारा एक अनूठा प्रयोग किया गया है। चुनाव से पहले थानों में 19 बुलडोजर खड़े करवाए गए। साथ ही फ्लैग मार्च में भी बुलडोजर को शामिल किया गया। प्रथम दौर की वोटिंग में इक्का-दुक्का जो उपद्रव हुए उसमें तीन आरोपियों के मकान जो अवैध निर्माण थे बुलडोजर तोड़ दिए गए। इसका असर यह हुआ कि दूसरे चरण में उपद्रव देखने को नहीं मिला। यानी उपद्रवी पस्त पड़ गए। आज मध्य प्रदेश में माफिया और बदमाशों को यह अच्छी तरह समझ में आ गया कि सरकार का बुलडोजर उनके खिलाफ निरंतर चल रहा है। राजस्थान में करौली की घटना हो या उदयपुर की वहां की जनता कह रही है कि कांग्रेस की हमारी सरकार भी शिवराज और योगी से प्रेरणा लेकर दंगाइयों और अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर का प्रयोग क्यों नहीं कर रही है। हमारा मुख्यमंत्री भी शिवराज या योगी जी जैसा ही होना चाहिए। पूरे देश में शिवराज सिंह चौहान जी द्वारा अपराधियों और माफिया के खिलाफ जो बुलडोजर की कार्यवाही की जा रही है वह एक नजीर बन गई है। भूमाफिया से जो शासकीय भूमि मुक्त कराई गई है उसमें गरीबों के लिए मकानों का निर्माण होगा। साथ ही वहां स्कूल अस्पताल बनाए जाएंगे। आज मध्य प्रदेश की जनता भय मुक्त होकर अपना जीवन जी रही है। वही अपराधियों में मामा के बुलडोजर का खौफ बना है। शिवराज के बुलडोजर से जनता खुश और माफिया ध्वस्त हुए हैं। यूं ही मध्य प्रदेश की जनता नहीं कहती है कि मप्र में शिवराज है तो सब संभव है।
