23 साल से ला रहे हैं मां की जोत



मुकेश जायसवाल बमनाला। स्थानीय जय अंबे ग्रुप के लगभग 30 श्रद्धालु विगत 23 वर्षों से गुजरात के पावागढ़ से पैदल मां अंबे की ज्योत लेकर आते हैं. खुशहाली और समृद्धि की कामना के साथ 7 दिन में पूरी करते हैं अपनी 350 किलोमीटर की यात्रा.
यात्रा प्रमुख विनोद जायसवाल (कछु भैया) ने बताया कि जय अंबे ग्रुप के तत्वावधान में विगत 23 वर्षों से लगभग 30 श्रद्धालुओं द्वारा गुजरात के पावागढ़ से मां अंबे की जोत लेकर पैदल आते हैं. यात्रा के दौरान 350 किलोमीटर की दूरी 7 दिन में तय की जाती है जिसमें प्रतिदिन 45 से 50 किलोमीटर रोजाना पैदल चलना पड़ता है उनकी इस पद यात्रा के पीछे मुख्य उद्देश्य है अपने क्षेत्र की खुशहाली समृद्धि एवं प्रदेश उन्नति हो जैसे ही पद पदयात्रियों ने माता की ज्योत लेकर बमनाला में प्रवेश किया. जगह जगह पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया. पावागढ़ से लाई गई माता की ज्योत को श्री कृष्ण मंदिर में रखा गया है. यात्रा में प्रमुख रूप से पवन साल्वे, पप्पू आर्य, रितेश वर्मा संतोष दागोड़े, जिगर मंडलोई, जितेन वर्मा, नीला बाई, गुनगुन ओसवाल, प्रीति आदि श्रद्धालु शामिल थे.
झिरनिया में एरियर का भुगतान नहीं
