शिवराज सिंह चौहान की रोजगार सृजन की नीतियों से हर्षित युवा : राकेश शर्मा

पिछले दो साल से कोरोना महामारी की वजह से धरासाई हुई अर्थव्यवस्था ने युवाओं के सामने रोजगार का गंभीर संकट खड़ा कर दिया है। ऐसे में प्रदेश के जनप्रिय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी दुरदृष्टिता का परिचय देते हुए मास्टर स्ट्रोक खेला है। इससे रोजगार के मामले में युवाओं की समस्या तो खत्म हो ही जाएगी साथ ही विपक्ष के हाथ से यह मुद्दा भी छीन लिया। हर माह लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर देने की प्लानिंग से सही मायनों में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष को ही बेरोजगार और मुद्दाविहीन कर दिया। आज इस बात की चर्चा है कि मध्य प्रदेश में हर माह लगभग एक लाख भर्तियां की जाएंगी। प्रदेश के सभी जिलों में रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं। साथ ही लंबे समय से मध्यप्रदेश में नए निवेश के अंतर्गत विभिन्न श्रेणी के उद्योग लग रहे हैं। यह सब सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार प्रयासों की वजह से ही संभव हो रहा है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवान के वरदान ने अपनी भांजे-भांजियों के चेहरे पर खुशी ला दी है। सीएम के इस निर्णय से भांजे भांजीयो के चेहरे की खुशी देखते ही नहीं बनती है। जैसा कि विदित है कि कोरोना काल में विगत 2 वर्षों से कहीं ना कहीं हर व्यक्ति संघर्ष कर रहा है। उसमें सबसे ज्यादा युवा वर्ग प्रभावित हुआ है। रोजगार को लेकर उनकी चिंता को माननीय मुख्यमंत्री जी ने समझा और उसे चरणबद्ध तरीके से हल करने की ऐसी नीति बनाई जिससे युवाओं को अवसाद से मुक्ति मिलेगी और वे अपना जीवन खुशी से व्यतीत कर सकेंगे। दरअसल यह मुख्यमंत्री के आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने की परिकल्पना को साकार करेगा। अब मध्यप्रदेश में बंपर भर्तियां निकलेंगीं और रोजगार पाकर युवा अपने जीवन की शुरुआत करेंगे तो कहीं न कहीं इसका पुण्य भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ही मिलेगा। हालांकि मुख्यमंत्री हर वर्ग की चिंता करते हैं। पिछले दिनों जीएसटी की दरों को लेकर व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया था इस पर भी मुख्यमंत्री ने उदारता दिखाते हुए तुरंत उनकी मांगों को मान लिया। अब व्यापारी पहले की तरह ही खुशी के साथ अपना व्यापार कर रहे हैं। यह सुकून देने वाली बात है।

भर्तियां निकलने की बात पर युवाओं के खिले चेहरे

कोरोना काल के दौरान पूरे देश के साथ ही मध्य प्रदेश के युवाओं के सामने भी रोजगार को लेकर गंभीर संकट बन गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी इस समस्या को दूर करने का निर्णय लिया है। मध्यप्रदेश में हर सेक्टर में जल्दी ही सरकारी भर्ती शुरू होंगी। शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, वन एवं पर्यावरण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, सहकारिता, खाद एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, पुलिस विभाग महिला एवं बाल विकास, तकनीकी शिक्षा सहित अन्य सरकारी विभागों में जल्द ही भर्ती परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।

निर्णय से निःशब्द हुआ विपक्ष

सीएम शिवराज सिंह चौहान के इस मास्टर स्ट्रोक से आज विपक्ष निशब्द हो गया है। विपक्ष के नेता लगातार बेरोजगारी को मुद्दा बना रहे थे जबकि कोरोना कॉल में देश और प्रदेश की स्थिति उनसे और किसी से भी छुपी नहीं है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता को कोरोना वायरस से बचाने के लिए दिन रात लगे हुए थे। संक्रमण को फैलने से बचाने व मरीजों को अस्पताल में दवाएं व अन्य सुविधाएं देने के मामले में उन्होंने खुद मुस्तैद रहकर अफसरों को निर्देश दिए। उसके उलट विपक्ष के नेता सिर्फ बयानबाजी कर अपने ड्राइंग रूम में बैठकर ट्वीट करने में व्यस्त थे। यह बात जनता की जानकारी में है। वही अपनी जनता को भगवान मानने वाले शिवराज सिंह चौहान लगातार अपनी जनता के बीच रहकर उनकी जान-माल की रक्षा कर रहे थे। साथ ही कैसे बेहतर से बेहतर उनको स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध हो सके, उसके लिए लगातार प्रयास कर रहे है। मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में मामा के रूप में पहचाने जाने वाले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज फिर अपने भांजे-भांजीयों की सबसे बड़ी चिंता को दूर करने का निर्णय लेकर वे बेहतर मुख्यमंत्री साबित हुए है। यही नहीं उनकी लोकप्रियता में चार चांद लग गए हैं।

जनहित के निर्णयों की सराहना

आजकल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नए अवतार में नजर आते हैं और जनता को उनका यह रूप बहुत पसंद भी आ रहा है। मध्यप्रदेश में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करना हो या दूरदराज वनवासी क्षेत्र में रहने वाले वनवासी बंधुओं के घर तक अनाज पहुंचाने की योजना हो, यह दृढ़ निश्चयी निर्णय लेने की वजह से अब वे अपनी जनता हृदय के और करीब पहुंच गए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान कहते हैं हांडी में चावल पक गया कि नहीं एक चावल को उठाकर देखा जाता है। मध्यप्रदेश में यह दो ऐतिहासिक निर्णय कर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह सिद्ध कर दिया कि वह जो कह रहे हैं या वह जो चाहते हैं उसे पूरा करके ही मानते हैं। ज्ञात रहे कि मध्यप्रदेश में बहुत लंबे समय से पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने की चर्चा हो रही थी। दृढ़ निश्चय के साथ मुख्यमंत्री ने इसे लागू कर अपनी जनता की सुरक्षा और खुशहाली के लिए एक कदम आगे बढ़ाया है। आदिवासी वनवासी बंधुओं के लिए पेसा कानून लागू कर उन्हें और मजबूत बनाया है। सीएम द्वारा उठाए गए इन लोक कल्याणकारी कदमों की सबदूर सराहना हो रही है वहीं प्रदेश की जनता कह रही है कि शिवराज है तो सब संभव है।

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief

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