मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, जननायक एवं भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा की सुरक्षा एजेंसियों को समीक्षा करनी चाहिए। जिस तरह से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश से डकैतों को मुक्त किया, उसके बाद सिम्मी के नेटवर्क को ध्वस्त किया और अब लगातार माफिया और गुंडे बदमाशों पर और दंगाइयों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। कहीं ना कहीं सुरक्षा एजेंसियों को मध्य प्रदेश के लाडले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा की समीक्षा कर सुरक्षा बढ़ाना चाहिए।
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की जिस तरह कल एक सभा में निर्दयता से हत्या कर दी गई। उसके बाद यह यक्ष प्रश्न सामने खड़ा है की मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार मध्यप्रदेश में जनता के बीच में जाकर चुनाव का प्रचार कर रहे हैं। साथ ही सरकारी कार्यक्रमों में लगातार शिरकत करते हैं वहां उपस्थित जनता की इच्छा होती है कि एक बार अपने लाडले मुख्यमंत्री सीएम शिवराज सिंह चौहान से नजदीकी से मुलाकात हो सके या उनके साथ एक सेल्फी खींची जा सके। सीएम शिवराज सिंह चौहान भी सुरक्षा चक्र को तोड़ते हुए सीधे अपने भगवान रूपी जनता के पास पहुंच जाते हैं। अभी 5 प्रदेशों में जब चुनाव हुए तो वहां भी प्रचार करने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान पहुंचे थे। देश में जो लोकप्रिय पांच नेता हैं उनमें शिवराज सिंह चौहान का भी नंबर आता है। गरीबों के मसीहा जन जन के लाडले सीएम शिवराज सिंह चौहान रोज कहीं ना कहीं जनता के बीच रहते हैं। ऐसे में कोई माफिया से जुड़ा हुआ व्यक्ति या अपराधी कोई घटना ना कर दे ईश्वर ना करें, साथ ही सिमी द्वारा भी पूर्व में कोई घटना की बात की गई थी । इन सब को देखते हुए तुरंत सीएम शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा की समीक्षा कर सुरक्षा बढ़ाई जाना चाहिए। मध्य प्रदेश के विकास पुरुष शिवराज सिंह चौहान ना कभी पापियों से डरे और ना ही सिमी से। वे लगातार अपनी जनता के बीच रहते हैं और स्वयं और जनता के बीच किसी को आने नहीं देते । सहज सरल लोगों से सीधा संवाद यह शिवराज सिंह चौहान की खूबी है, पर जापान में घटी कल की घटना के बाद इस पर विचार जरूर किया जाना चाहिए की जनता के बीच कोई गलत व्यक्ति तो नहीं है। इस पर गंभीरता से विचार होना चाहिए।
