
प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के विशाल हृदय में अटूट प्रकृति प्रेम है। और उतनी ही दृढ़ उनकी संकल्प शक्ति है। यह बात साबित हो चुकी है। दरअसल मुख्यमंत्री चौहान ने एक साल पहले प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प लिया था जिसे उन्होंने बिना किसी बाधा के निरन्तर जारी रखा और इस संकल्प का एक वर्ष पूरा किया। यानी सीएम द्वारा रोज एक पौधा लगाकर एक साल में 365 पौधे लगाए गए। उनका यह संकल्प यह बताता है की पर्यावरण के प्रति हर एक व्यक्ति की कितनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। दरअसल राजनीतिक व्यक्तियों के बारे में आमजन की प्रायः यह धारणा होती है कि राजनीतिक व्यक्ति आज कहता है और कल भूल जाता है। लेकिन धरती पर शिवराज सिंह चौहान जैसे व्यक्तित्व बिरले ही जन्म लेते हैं।
संकल्प साधना के धनी हैं शिवराज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान ने एक संकल्प लिया था कि मैं प्रतिदिन एक वृक्ष इस धरा पर लगाऊंगा। वे संकल्प साधना के धनी हैं यह उन्होंने सिद्ध करके दिखाया है। उनके संकल्प को एक वर्ष पूर्ण हो चुका है। यानी 365 दिन तक प्रतिदिन एक वृक्ष लगाना यह सुनने में सामान्य सा लगता है, पर इस पर विचार कीजिए कि पूरे वर्ष रोज एक वृक्ष सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पर्यावरण को बचाने के लिए और जनता को वृक्ष का महत्व समझाने के लिए लगाया। प्रतिदिन एक वृक्ष और आज 365 वृक्ष लगाए जा चुके हैं। कहीं ना कहीं कोरोना के कॉल में हमें प्रकृति ने स्वच्छ हवा, ऑक्सीजन का महत्व समझाया कि मनुष्य के लिए ऑक्सीजन कितनी आवश्यक है। जिस तरह से ग्लोबल वार्मिंग बढ़ती जा रही है, पूरे विश्व में पर्यावरण को बचाने के लिए लगातार अपील और प्रयास किए जा रहे हैं। इस विषय को लेकर आज बड़े-बड़े देश चिंतित हैं, कि किस तरह से ओजोन की परत और पर्यावरण को बचाया जाए। इनको बचाने के लिए वृक्षों का होना बहुत जरूरी है। हर व्यक्ति को पर्यावरण की रक्षा के लिए जिम्मेदारी लेना चाहिए। शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की जनता रूपी भगवान से लगातार अपील करते रहे हैं कि पर्यावरण को बचाने के लिए वृक्षारोपण करें। यही बात हम अपने बड़े-बुजुर्गों से भी सुनते आए हैं कि एक वृक्ष अपने जीवन में जरूर लगाएं। माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अगर अपील की है तो खुद ने भी संकल्प के साथ पौधे लगाकर प्रकृति को सहेजने का काम किया है। यहां विदित है कि अपनी व्यस्त दिनचर्या एवं अचानक बनने वाले प्रवास कार्यक्रमों के बावजूद सीएम ने यह काम नियमित जारी रखा। दृढ़ निश्चय के साथ जिस दिन शिवराज जी ने यह संकल्प लिया था उसी दिन से प्रकृति भी उनके साथ हो गई। मानो प्रकृति भी शिवराज का संकल्प पूरा कराने के लिए सहयोग करने लगी।
धरा पर अमूल्य है प्राणवायु
चराचर जगत में जीवों के लिए अमूल्य है प्राणवायु। इसके बिना जीवन संभव नहीं है। एक वृक्ष अपने पूरे जीवन ऑक्सीजन तो देता ही है साथ ही फल, छाया और समिधा भी उपलब्ध कराता है। बता दें कि जिस सिद्धत और निष्ठा के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता की सेवा कर रहे हैं, इससे स्पष्ट है कि उनका विशाल हृदय में मानवीय संवेदनाओं से भरा है। उन्हें हर प्राणी की चिंता है। तभी तो वे पर्यावरण बचाने के लिए ऐतिहासिक कार्य कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि धरा पर शिवराज जी जैसा दूसरा कोई राजनीतिक व्यक्ति कहीं होगा जो जनसेवा के प्रति इतना संवेदनशील और जूनूनी होगा। शिवराज ने लगातार एक वर्ष तक रोज पौधारोपण किया है यह उनकी इच्छाशक्ति को दर्शाता है। यही नहीं मुख्यमंत्री खुद तो वृक्षारोपण करते ही हैं, साथ ही उनके साथ कोई ना कोई ऐसे व्यक्ति या संस्था के पदाधिकारी होते हैं जिन्होंने समाज, देश व प्रदेश में बड़ा काम किया है। मुख्यमंत्री के वृक्षारोपण से प्रेरणा लेकर आज हजारों, लाखों लोग वृक्षारोपण कर रहे हैं। यह प्रयास हमारी धरती को बचाने के लिए बहुत आवश्यक है। भगवान की कृपा भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान पर बनी रहे और वह इसी तरह प्रदेश की जनता की सेवा और पर्यावरण की रक्षा के लिए निरन्तर कार्य करते रहें। भारत की माटी के लाल शिवराज चौहान अपनी भूमि का कर्ज चुका रहे हैं। आज मध्य प्रदेश की जनता यूं ही नहीं कहती है कि शिवराज है तो सब संभव है।