इस धरा पर जन्म लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति का ये सपना होता है कि उसका अपना छोटा-प्यारा सा घर हो, उसके “सपनों का घर”, जिसके लिये वो दिन-रात एक कर देता है, जी-तोड़ परिश्रम करता है. लेकिन बावजूद इसके, करोड़ों लोगों के जीवन का ये सपना कभी हक़ीक़त में नहीं बदल पाया क्योंकि ७४ में से लगभग ५७ साल देश पर राज करने वालों ने, देश की जनता को सिवाए “Vote Bank” के और कुछ नहीं समझा और उसे विकास रास्ते पर ले जाना तो दूर, मूलभूत आवश्यकताओं “रोटी-कपड़ा-मकान” से भी वंचित रखा या इसके लिए भी हमेशा संघर्षरत ही रखा.
सौभाग्यवश २०१४ में जब केन्द्र में जनता की अपनी सरकार बनी और प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी एवं मध्यप्रदेश के लाडले, प्रदेश की जनता विशेषकर निर्धन, असहाय, ज़रूरतमन्द, को अपना परिवार मानने वाले भगवान के वरदान हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का “जनहितकारी संगम” बना तो जनता के मन में “अपना घर” के सपने के साकार होने की आस जगी और जिसे पूरा करने हेतु प्रधानमन्त्रीजी के सहयोग और मार्गदर्शन में मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश में 50 हजार परिवारों को उनके अपने-सपने के घरों में “गृह प्रवेश” कराने जा रहे हैं, साथ ही 30 हजार आवासों के निर्माण हेतु भूमि पूजन भी किया जाएगा और 26500 हितग्राहियों को 250 करोड़ की राशि की किश्त का भुगतान भी किया जाएगा.
एक लाख से अधिक हितग्राहियों को हितलाभ के वितरण के साथ ही, 4100 करोड़ की कुल लागत से निर्मित किये जाने वाले आवास, कहीं ना कहीं आज हितग्राहियों के “अपने घर” के सपने को पूरा करने की दिशा में प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमन्त्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उठाया गया अत्यन्त ही सराहनीय कदम है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मध्यप्रदेश में मोदीजी और शिवराजजी के प्रयासों से प्रदेश में हितग्राहियों के लिए अब तक 8 लाख 68 हजार आवास स्वीकृत किए गए हैं जिनमें से चार लाख 72 हजार आवास पूर्ण हो चुके हैं, शेष आवासों का निर्माण कार्य प्रगति पर है. हितग्राहियों को प्रति आवास 2 लाख 50 हजार का शासकीय अनुदान उपलब्ध कराया जाता है, इसमें केंद्र का अंश 1 लाख 50 हजार तथा राज्य का 1 लाख है. निम्न आय वर्ग श्रेणी के जो हितग्राही आवास हेतु अंशदान की पूर्ती करने में सक्षम नहीं हैं, उनके अंशदान की पूर्ती राज्य सरकार द्वारा 1 लाख अतिरिक्त अनुदान “मुख्यमंत्री भवन एवं संनिर्माण कर्मकार आवास योजना” के माध्यम से की जा रही है. हितग्राहियों के लिये सबसे बड़ी प्रसन्नता की बात ये है कि आवास की रजिस्ट्री में प्रथम नाम परिवार की महिला का होता है जो कहीं ना कहीं प्रधानमन्त्री श्री मोदी और मुख्यमन्त्री श्री शिवराज की “महिला सशक्तिकरण” की अवधारणा को और भी अधिक मज़बूती और उत्साह प्रदान करता है.
ग़रीबों के मसीहा शिवराज सिंह चौहान लगातार प्रयासरत हैं कि प्रदेश के खाते से अधिकाधिक हितग्राहियों को “प्रधानमंत्री आवास योजना” के तहत “उनका घर” प्राप्त हो सके और उनके अथक प्रयास फलीभूत भी हो रहे हैं, जब आवासहीन व्यक्ति स्वयं के पक्के मकान “अपने सपनों के घर” में गृह प्रवेश करता है और अपने मन के अन्तःकरण से मोदीजी एवं शिवराजजी को अपना शुभाशीर्वाद प्रदान करता है, दुआएँ देता है. तो यही शुभाशीर्वाद और दुआएँ दुगुनी-चौगुनी शक्ति और आत्मबल के रूप में प्रधानमन्त्री श्री मोदी और मुख्यमन्त्री श्री शिवराज को जनहितकारी कार्यों में सदैव तत्पर, क्रियाशील और गतिमान रखते हैं और इसीलिये अब प्रदेश की जनता ने स्वयं ही ये नारा बुलन्द कर दिया है कि “मोदी-शिवराज हैं तो सब मुमकिन है” या “मोदी-शिवराज के राज में सब मुमकिन है”……