UPDATE. आज 10 मार्च का दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि आज से भारत की राजनीति में नया अध्याय शुरू होगा। यूपी सहित पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम पूरे देश की राजनीति की दिशा बदलेंगे। देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में भाजपा ने इतिहास रचा है। इसमें योगी आदित्यनाथ के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बल्कि यह कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि भाजपा की यूपी और उत्तराखंड की जीत के शिल्पी प्रधानमंत्री मोदी और एमपी के सीएम शिवराज हैं। यूपी, उत्तराखंड के चुनाव परिणाम आने के बाद पूरी भारतीय जनता पार्टी में खुशी का माहौल है। भाजपा को पूरे देश में कहीं ना कहीं यह ऐतिहासिक जीत प्राप्त हुई है। देश के प्रधानमंत्री सम्माननीय मोदी जी की सरकार द्वारा लोक कल्याण के जो कार्य किए जा रहे हैं उस पर जनता की मुहर लग गई। इससे यह भी साबित हो गया है कि देश की जनता अपने महानायक मोदी को कितना चाहती है। साथ ही भगवान के वरदान मध्य प्रदेश के लाडले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस तरह से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ताबड़-तोड़ रैलियां की, घर-घर जनसंपर्क किया, इसके परिणाम पहले ही नजर आने लगे थे। हमने पूर्व में भी कई लेखों में इसका जिक्र किया था कि मोदी और शिवराज की जोड़ी भारतीय जनता पार्टी के लिए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जीत के शिल्पी बनेंगे। आज वाह बात सत्य साबित हुई है। जनता ने जिस तरह के परिणाम दिए हैं यह सिद्ध हो गया कि आप अगर जनता के काम करेंगे तो जनता आपको आशीर्वाद जरूर देगी। देश में मोदी जी ने नया पॉलिटिकल ट्रेंड स्थापित कर दिया है। सिर्फ परिक्रमा की राजनीति पर ही ब्रेक नहीं लगा है बल्कि वंशवाद की राजनीति लगभग खत्म हो गई है। जिसकी सरकार जनता के लिए काम करेगी, जनता उसे ही आगे मौका देती है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ममध्यप्रदेश में लगातार जनकल्याण के काम कर रहे हैं। विकास के काम पूरे प्रदेश में चलाए जा रहे हैं। इसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। शिवराज का अपने प्रदेश की जनता से परिवार का नाता है। वे लाखों बहनों के भाई हैं। यही वजह है कि भांजे-भांजियों के मामा पूरे देश में लोकप्रिय है। वे जहां भी जाते हैं जनता उन्हें मामा के रूप में जानती है। बहन बेटियों के लिए जो योजनाएं मध्य प्रदेश में चल रही हैं वह पूरे देश में मील का पत्थर साबित हो रही है। यह सब शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता में चार चांद लगाते हैं। इसीलिए हमने देखा है कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव हो या उत्तराखंड के, जहां-जहां शिवराज सिंह चौहान की सभा हुई है वहां उन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग उन्हें सुनने पहुंचे। यह भी बता दें कि मोदी और शिवराज जी की लोकप्रियता का यही प्रमाण है कि उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी का हर कैंडिडेट चाहता था कि मोदी जी या शिवराज सिंह चौहान जी की सभा उनके क्षेत्र में हो जाए। चुनाव के बीच कोरोना से पीड़ित होने के बावजूद भी माननीय मुख्यमंत्री लगातार उत्तरप्रदेश एवं उत्तराखंड के चुनाव की चिंता करते रहे। यही नहीं जैसे ही सीएम शिवराज जी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई वे तुरंत ही उत्तर प्रदेश में प्रचार करने के लिए पहुंच गए थे। जबकि डॉक्टर उन्हें लगातार कह रहे थे कि आप कुछ दिन आराम कर लीजिए। शिवराज सिंह चौहान के बारे में यह जो कहावत है वह सच है कि जनता और पार्टी के काम के बिना मुझे कहां विश्राम है। समय-समय पर यह सिद्ध भी होता है जिस तरह से माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता और पार्टी के लिए तन और मन से हमेशा लगे रहते हैं। इसीलिए जनता कहती है मोदी और शिवराज है तो सब संभव है।
