


मध्यप्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार प्रदेश में जनहित के कामों को प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। गरीब, किसान, युवा, महिलाएं सभी वर्गों के उत्थान की योजनाओं पर कसावट करते हुए उनके बेहतर क्रियान्वयन के काम की वे खुद मॉनिटरिंग करते हैं। जहां भी उन्हें लगता है कि इससे जनता पर बोझ बढ़ेगा या जनता को इससे परेशानी होगी मुख्यमंत्री आगे होकर निर्णय लेते हैं। इससे यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की भगवान रूपी जनता के प्रति कितने उदार और संवेदनशील रहते हैं। प्रदेश में सत्ता संभालते ही उन्होंने जनकल्याण की ऐसी योजनाएं बनाई कि प्रदेश बीमारु राज्य से प्रगतिशील राज्य की श्रेणी में आ गया। यही नहीं प्रदेश में विकास की गति को पंख लगाने का काम सीएम शिवराज ने किया और अब प्रदेश आत्मनिर्भर बनने की उड़ान भरने के लिए तैयार है। इसके पूर्व प्रदेश के किसान, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग के साथ ही हर वर्ग की चिंता मुख्यमंत्री शिवराज जी ने की है। हाल ही में जब मुख्यमंत्री को यह पता चला कि प्रदेश के किसान कर्ज की किस्त नहीं जमा कर पाए और डिफाल्टर हो गए हैं, तो उन्होंने तुरंत यह निर्णय लिया कि किसानों का जो कर्ज है उसके ब्याज की राशि सरकार भरेगी। यानी किसानों पर अब यह बोझ नहीं रहेगा वहीं दूसरी और मुख्यमंत्री शिवराज जी ने बिजली दिलों की राशि को लेकर विपणन निर्णय किया है दरअसल प्रदेश के लाखों उपभोक्ताओं के बिल लगातार कई महिनों से लंबित थे। यह विदित है कि कोरोना महामारी के चलते हर वर्ग को परेशानी हुई है। ऐसे में बिजली उपभोक्ताओं के बकाया बिलों की समस्याओं को समझते हुए मुख्यमंत्री शिवराज जी ने यह निर्णय लिया है कि अब बिजली उपभोक्ताओं के बकाया बिल की राशि राज्य सरकार भरेगी। ऐसे में यह दोनों ही निर्णय सीएम शिवराज जी की दरियादिली का परिचायक है। इससे प्रदेश की जनता को सीधा लाभ मिलेगा। लोक कल्याण के इन दोनों ही निर्णयों प्रदेश के लोगों में खुशी की लहर व्याप्त है।
कांग्रेस में ठगे गए थे किसान
उल्लेखनीय है कि कमलनाथ सरकार ने किसानों के 2 लाख तक कर्ज माफ करने का वादा किया था। लेकिन कांग्रेस की सरकार ने किसानों के कर्ज माफ नहीं किए। ऐसे में किसान डिफॉल्टर हो गए। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जानकारी में जब यह बात आई तो उन्होंने आगे होकर किसानों की समस्या का हल निकाला। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इस बात को सदन में स्वीकार किया किया कि प्रदेश के जो भी किसान कर्ज की वजह से डिफॉल्टर हुए हैं उनके कर्ज के ब्याज की राशि राज्य सरकार भरेगी।
बिजली बिलों के 48 लाख बकायादारों के बिल माफ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना आपदा के समय बिजली बिलों को जमा नहीं करा पाने वाले प्रदेशभर के लाखों उपभोक्ताओं को राहत दी है। सीएम ने कहा कि ऐसे 48 लाख उपभोक्ताओं के बिजली बिल माफ होंगे। इससे स्पष्ट है कि सीएम शिवराज जी खुद इस बात को समझते हैं कि कोरोना काल के कठिन समय में लोगों के व्यवसाय प्रभावित हुए हैं। नौकरियों में भी समस्याएं कम नहीं हुई। ऐसे में जनता को बिजली बिलों में राहत देकर मुख्यमंत्री ने जनहित में बड़ा निर्णय किया है।