गेहूं निर्यात के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होंगे सीएम शिवराज के निर्णय : राकेश शर्मा

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को दिल्ली में गेहूं निर्यातकों के साथ बैठक कर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, जो आने वाले समय में देश ही नहीं पूरे विश्व में गेहूं निर्यात के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होंगे। सीएम शिवराज के यही निर्णय गेंहू निर्यात क्षेत्र में मध्यप्रदेश का डंका बजवाएंगे। इतने महत्वपूर्ण निर्णय एक दृढ़ निश्चय और अपने प्रदेश की उन्नति तरक्की और किसानों की खुशहाली के विषय में सोचने वाला व्यक्ति ही ले सकता है। यह सब गुण मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में विद्यमान हैं, वे मप्र के लिए भगवान के वरदान के रूप में हैं। यह किसी से छुपा नहीं है कि मध्यप्रदेश में गेहूं का उत्पादन प्रदेश की ताकत है। इसका लाभ मध्यप्रदेश उठाएगा और मध्य प्रदेश का गेहूं पूरी दुनिया में पहुंचाने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान एक्सपोर्ट करने के लिए कदम उठाने जा रहे हैं। मध्य प्रदेश का जो गेहूं एक्सपोर्ट किया जाएगा उस पर मंडी टैक्स नहीं लगा लगाया जाएगा, यह महत्वपूर्ण निर्णय भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लिया है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक्सपोर्ट सेल के जरिए निर्यातकों को हर संभव सुविधा मध्य प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी। प्रदेश में एक लाइसेंस पर कोई भी कंपनी या व्यापारी कहीं से भी गेहूं खरीद सकेगा। मंडी में ऑनलाइन नीलामी की प्रक्रिया उपलब्ध है। एक्सपोर्टर किसी भी स्थानीय व्यक्ति से पंजीयन करवा कर गेहूं खरीद सकते हैं। गेहूं के वैल्यू एडिशन और गुणवत्ता प्रमाणीकरण के लिए प्रदेश की प्रमुख मंडियों में इंफ्रास्ट्रक्चर लेब की सुविधाएं निर्यातकों को सरकार उपलब्ध कराएगी। प्रमुख मंडियों में एक्सपोर्ट हाउस के लिए यदि निर्यातकों को जगह की आवश्यकता होगी, तो अस्थाई तौर पर रियायती दरों पर जगह मुहैया करवाई जाएगी। निर्यातक को गेहूं की ग्रेडिंग कराना पड़ी तो इसके खर्चे की प्रतिपूर्ति सरकार द्वारा की जाएगी। रेलवे ने भरोसा दिया है की गेहूं निर्यात के लिए रेक की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लिए गये कई महत्वपूर्ण निर्णय आने वाले समय में मध्यप्रदेश को गेहूं निर्यात के क्षेत्र में देश सहित पूरे विश्व में एक विशिष्ट स्थान पर पहुंचाएंगे। जिससे मध्यप्रदेश सहित हमारे देश का नाम पूरे विश्व में ऊंचे पायदान पर होगा। पूरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयास मध्यप्रदेश के किसानों के चेहरे पर खुशी लेकर आएंगे। आज रसिया और यूक्रेन के युद्ध के कारण पूरे विश्व में गेहूं की भारी डिमांड हो रही है। मध्य प्रदेश का शरबती गेहूं पूरे देश सहित विश्व के अनेक देशों में इसकी मांग है। अभी यूरोप के नाटो देशों को रसिया से गेहूं सप्लाई होता है। युद्ध के कारण रसिया पर कई पाबंदियां लगा दी गई हैं। ऐसी स्थिति में विश्व स्तर पर आज जो गेहूं की मांग हो रही है, उसकी पूर्ति के रास्ते यूरोपीय देश और नाटो निकालने का प्रयास कर रहे हैं। वह इस समय भारत की तरफ देख रहे हैं। भारत में मध्यप्रदेश में गेहूं उत्पादन भारी मात्रा में हो रहा है और जो प्रयास प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गेहूं को निर्यात करने के लिए कर रहे हैं, वह इस समय सही और मुफीद रहेंगे। यूं ही मध्य प्रदेश की जनता यह नहीं कहती कि शिवराज है तो सब संभव है। एक दूरदृष्टि पूर्ण सही निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह गेहूं निर्यात के क्षेत्र में ले रहे हैं, जो मध्यप्रदेश के किसानों की उन्नति और तरक्की के साथ इतिहास में दर्ज होगा।

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief

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