

भोपाल। मप्र में शिवराज सरकार की पहल से धरा और गाय दोनों की रक्षा और उनका संवर्धन होगा। मध्यप्रदेश में प्राकृतिक खेती के साथ देशी गाय पालने बाले किसानों को हर माह प्रदेश सरकार अब ₹900 देगी। इस प्रकार ₹10800 हर साल देशी गाय पालने के साथ प्राकृतिक खेती करने वाले किसान बंधुओं को प्राप्त होंगे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में नीति आयोग की एक कार्यशाला में यह ऐलान किया। जिसके तहत मध्यप्रदेश में प्राकृतिक खेती करने वाले किसान यदि साथ में देशी गाय पालते हैं तो राज्य सरकार उन्हें सहायता राशि उपलब्ध कराएगी। देशी गाय से प्राकृतिक खेती के लिए गोबर से बनी खाद मिल सकेगी, जो खेती और जमीन दोनों के लिए उपयोगी है। जिस प्रकार हरित क्रांति के लिए किसानों को रासायनिक खाद पर सब्सिडी और अन्य सहायता देती है मध्य प्रदेश सरकार, उसी तरह प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहन दिया जाएगा। प्राकृतिक खेती के लिए देशी गाय जरूरी है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को कृषि किट के खरीदने के लिए 75% राशि सरकार देगी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को भी आह्वान किया है कि वे अपने कृषि योग्य भूमि में से कुछ क्षेत्र में प्राकृतिक खेती कराएं। जिससे दूसरे किसान भी प्रेरित होंगे। मध्य प्रदेश की भूमि प्राकृतिक खेती की दृष्टि से उपयुक्त है। यहां जनजाति बहुल 17 लाख हेक्टेयर भूमि पर परंपरागत रूप से रासायनिक खाद का उपयोग नहीं होता है। मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक प्राकृतिक खेती के मार्गदर्शन के लिए हर विकासखंड में 5 पूर्णकालिक कार्यकर्ता दिए जाएंगे। हर गांव में किसान मित्र, किसान दीदी की व्यवस्था होगी, जो प्राकृतिक खेती के लिए ट्रेनर के रूप में कार्य करेंगे। कार्यकर्ताओं और ट्रेनर को सरकार की ओर से मानदेय भी दिया जाएगा। जिससे कई युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। आज देश में कोरोना काल के बाद लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आई है। हर व्यक्ति आजकल यह कोशिश करता है की उसे ज्यादा से ज्यादा मात्रा में ऑर्गेनिक फूड प्राप्त हो सकें। इससे ऑर्गेनिक फूड की अच्छी कीमत किसान बंधुओं को प्राप्त हो रही है। साथ ही आज शहरों में गोबर खाद की भारी डिमांड है, क्योंकि आज कल लोग घरों के अंदर गमलों में और जमीन पर जो पेड़ पौधे लगाते हैं, उसमें भी गोबर की खाद का उपयोग करते हैं। इससे गोपालक किसान बंधुओं और उनकी कमाई में इजाफा हो रहा है। यह है सीधे-सीधे लाभ का सौदा है यह बात आज मध्य प्रदेश के किसान बंधु भली- भांति से समझ रहे हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार के सहयोग से किसान बंधु जैविक खेती की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं और उसके परिणामस्वरूप आज मध्य प्रदेश जैविक खेती में नंबर एक की पोजीशन पर पहुंच गया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस ऐतिहासिक निर्णय से पशुधन की रक्षा तो होगी ही साथ ही जो खेती अधिक मात्रा में रासायनिक खाद के इस्तेमाल से बंजर होती जा रही है, उसे बचाने में भी जैविक खेती का बड़ा योगदान रहेगा। साथ ही हजारों युवाओं को इस क्षेत्र में भी रोजगार प्राप्त होगा। आखिर यूं ही शिवराजसिंह चौहान पर जनता का भरोसा नहीं है, बल्कि प्रदेश की जनता जानती है कि शिवराज हैं, तो सब संभव है।