मप्र में मछली व झींगा पालन में 60 प्रतिशत अनुदान देगी सरकार
भोपाल. मध्यप्रदेश में अब मछली के बीज उत्पादन और मछली व झींगा पालन के लिए 60% पैसे शिवराज सरकार लगाएगी। साथ ही मध्यप्रदेश में स्मार्ट फिश पार्लर भी बनाए जाएंगे।केवट समाज को प्रदेश सरकार अनेक प्रकार की राहत देने जा रही है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री और भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान का केवट समाज से रिश्ता बचपन से ही है। शिवराज सिंह चौहान बचपन में अपने गाँव में नर्मदा नदी के किनारे डंगरा और कलीन्दा केवट समाज के बीच बैठकर ही खाते थे। केवट समाज भला और भोला, मेहनत की कमाई खाने वाला समाज है।
केवट समाज से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह का जन्म-जन्म का नाता है। इसीलिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने केवट समाज को मुख्यमंत्री निवास में बुलाकर उनको अनेक सौगातें दी है। सभी केवट भाई-बहनों को किसान क्रेडिट कार्ड दे दिए गए हैं, जो बचे हैं उन्हें भी दिए जाएंगे। इतना ही नहीं किसानों को जो 0% पर ब्याज मिलता है, उसका लाभ अब केवट बंधुओं को भी मिलेगा।
जितने भी तालाब हैं, उनमें मछली पालन का काम केवल केवट समाज करेगा। आज 50 मोटरसाइकिल केवट बंधुओं को वितरित की गई, ताकि केवट भाई अपने साधन से बाजार जा सकें। 430 लोगों को मछलीपालन के लिए जाल और डोरी का वितरण भी किया गया है। मध्यप्रदेश में अब मछली के बीज उत्पादन और मछली व झींगा पालन के लिए 60% पैसे सरकार लगाएगी। मध्यप्रदेश में स्मार्ट फिश पार्लर बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह की जिंदगी जनता की जिंदगी बेहतर बनाने के लिए है। जब कांग्रेस की सरकार थी, तब फ्री में कभी गेहूँ नहीं मिला। आज सभी गरीबों को राशन मिल रहा है। एक रुपये में आज 10 किलो गेहूँ मिल रहा है। प्रदेश सरकार ने आवास प्लस की सूची बनाई है। जिनके मकान नहीं बने हैं, उन सभी को पक्का मकान बनाने के लिए पैसे दिए जाएंगे।
हमारे बच्चों को पढ़ने लिखने की जरूरत है। बच्चों की निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था भी सरकार कर रही हैं। जो बच्चे पढ़ने में ज्यादा तेज हैं, उनका एडमिशन बड़े कॉलेज में होता है, तो उनकी फीस भी मामा भरवाएंगे। बहनों की आमदनी रु. 10,000 से ज्यादा होना चाहिए, यह हमारी प्रदेश सरकार का लक्ष्य है। इसके लिए स्वसहायता समूहों को पोषण आहार बनाने, यूनिफ़ॉर्म सिलने का काम दे रहे हैं।
शिवराज सिंह का मानना है कि जीवन में आनंद भी होना चाहिए। इसके लिए डोंगा प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। बुधनी में केवट समाज की धर्मशाला का निर्माण कराया जाएगा।