मध्यप्रदेश लगातार देश में अन्न उत्पादन में हरियाणा, पंजाब को पीछे छोड़ कर बहुत आगे बढ़ गया है। मध्य प्रदेश का गेहूं रिकॉर्ड स्तर पर निर्यात हो रहा है। जैविक खेती हो या दूध उत्पादन मध्यप्रदेश ने देश में मुकाम हासिल किया है। यह सब संभव हो पाया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दूरदृष्टि और सटीक योजनाओं के कारण। तो इन योजनाओं को अमलीजामा पहनाने और प्रदेश को बुलंदी पर ले जाने का बीड़ा उठाया है, शिवराज सरकार के रत्न के रूप में कामकाज संभाल रहे वरिष्ठ अफसरों ने। मध्यप्रदेश में भोपाल और इंदौर में कमिश्नर सिस्टम बहुत बेहतर तरीके से काम कर रहा है। साथ ही माफिया गुंडे, शिकारियों और दंगाइयों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा मामा का बुलडोजर चल रहा है जो पूरे प्रदेश में एक नजीर बन गया है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान अपनी जनता की लगातार चिंता करते हैं। आजकल जब बहुत सारे लोग सोकर भी नहीं उठते, उस समय तड़के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अधिकारियों की बैठक लगातार ले रहे हैं। साथ ही भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की पालिसी मध्यप्रदेश में नजर आ रही है। भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। साथ ही कलेक्टर को भ्रष्ट कर्मचारियों की सूची सौंपी जा रही है। जो विभिन्न सोर्स द्वारा इकट्ठी की जा रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय लगातार प्रतिदिन 800 से 900 लोगों से संपर्क कर सरकार के कामकाज और वहां चल रहे कामों और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में फीडबैक लेता है। साथ ही अखबारों में आई खबरों और इंटेलिजेंस द्वारा इकट्ठा की गई खबरों से लगातार भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने का काम शिवराज सरकार कर रही है। अभी सरकार द्वारा कई कलेक्टर- एसपी को बदला गया जहां जनता और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और विभिन्न सोर्स द्वारा प्राप्त रिपोर्ट अधिकारियों के खिलाफ आई उन्हें बदल दिया गया। कईं लापरवाह अधिकारियों को मुख्यमंत्री जनता के बीच सभा में ही अपने पद से हटा देते हैं। यह तो एक पहलू है. मध्यप्रदेश अगर तरक्की के सोपान में देश में टॉप स्थानों में कई क्षेत्रों में आ रहा है तो मुख्यमंत्री के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मध्य प्रदेश की तरक्की के लिए कई अधिकारी दिन -रात एक कर रहे हैं, उसमें से एक प्रमुख अधिकारी हैं, एसीएस राजेश राजौरा, जो गृह विभाग जैसा प्रमुख विभाग संभाल रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अंतिम पायदान तक जाकर लोगों के बीच पहुंच कर मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन किया। पहले कभी यह नहीं देखा गया कि इतने बड़े पद पर बैठा हुआ अधिकारी जिलों में जाकर लोगों की समस्या और तकलीफ को देख रहा हो। माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जो भी काम एसीएस राजेश राजौरा को दिए गए, उन्होंने शिद्दत से उसे निभाया । चाहे कोरोना कॉल में छिंदवाड़ा में जाकर कोरोना की स्थिति को संभालना या ग्वालियर चंबल में आई बाढ़ की स्थिति को संभालना हो। इतना ही नहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुरूप भोपाल और इंदौर में कमिश्नर सिस्टम को लागू करने मैं महती भूमिका एसीएस राजेश राजौरा की रही है। प्रदेश में और भी काबिल अधिकारी हैं, जो लगातार माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा को पूरा कर रहे हैं। उसमें जनसंपर्क जैसे महत्वपूर्ण विभाग जो लगातार सरकार की योजनाओं और सरकार की छवि का प्रचार और प्रसार मीडिया के माध्यम द्वारा जनता के बीच तक ले जाने का कार्य कर रहे हैं। जिससे जनता को जानकारी हो सके कि उनकी सरकार उनके लिए कौन सी नई योजना लेकर आ रही है और उनकी बेहतरी के लिए क्या कदम उठा रही है। इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन वरिष्ठ अधिकारी राघवेंद्र सिंह निभा रहे हैं। इसी कड़ी में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनुपम राजन भी आते हैं। शिवराज सरकार में लगातार कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन वरिष्ठ अधिकारी अनुपम राजन द्वारा किया गया और अपने कार्यों द्वारा सीएम के विश्वास पर हमेशा खरे उतरे। मध्यप्रदेश में कई युवा अधिकारी भी लगातार नवाचार कर और अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। इसमें प्रमुख रूप से तरुण पिथोड़े हैं, जो ऐसे विभाग मैं कार्य कर रहे हैं जिसने कोरोना काल में मुख्यमंत्री की मंशा कि मध्य प्रदेश के किसी भी गरीब की थाली खाली नहीं रहे। गरीबों तक राशन पहुंचाने का काम पूरी इमानदारी और शिद्दत से किया। अच्छे और सच्चे अधिकारियों का जब जिक्र होता है तो उसमें नियाज खान का जिक्र लाजमी है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक लेखक के रूप में प्रदेश का मान बढ़ाया और सरकार द्वारा जो जिम्मेदारी दी गई, उसका निर्वाहन शिद्दत से किया जिले में अधिकारी रहते हुए रिकॉर्ड स्तर पर श्मशान घाट का निर्माण कार्य करवाने में महाती भूमिका निभाई I आईएएस के अलावा मध्यप्रदेश में कई आईपीएस अधिकारी भी हैं जो लगातार नवाचार के साथ कानून व्यवस्था को बनाने में महती भूमिका निभा रहे हैं। उसमें प्रमुख रूप से आईजी इरशाद वली जिन्होंने लंबे समय तक भोपाल डीआईजी के रूप में कार्य कर राजधानी की कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखा। पुलिस विभाग में कई युवा अधिकारी भी बेहतर काम कर रहे हैं । जिसमें छतरपुर एसपी सचिन शर्मा, जिन्होंने अपने कार्य के साथ बुजुर्गों के लिए जो काम किया उसकी तारीफ वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे द्वारा की गई । इसी तरह कोरोना काल में बुजुर्गों के घर दवाई और भोजन की व्यवस्था करने वाले एसपी धर्मवीर यादव ने अपने कार्यों द्वारा मध्य प्रदेश का नाम रोशन किया। इन बेहतर काम करने वाले अधिकारियों में और भी बहुत सारे नाम शामिल हैं, जो लगातार मध्य प्रदेश की तरक्की और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा अनुसार स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इन अधिकारियों से उन बाकी अधिकारियों को भी प्रेरणा और सबक लेना चाहिए जो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा को नहीं समझ पा रहे हैं और बेहतर परिणाम नहीं दे पा रहे हैं। राजेश राजौरा, अनुपम राजन और राघवेंद्र सिंह ऐसे अधिकारी हैं जिन्हें सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा जब- जब जो – जो जिम्मेदारियां इन्हें सौंपी गई उसका निर्वहन पूरी शिद्दत और इमानदारी से किया गया। उन्होंने वहां पर 100% रिजल्ट सीएम शिवराज सिंह चौहान को दिया और मध्य प्रदेश का मान बढ़ाया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नया रूप देखकर विपक्ष के नेता भी आश्चर्य चकित हैं पर वे यह नहीं समझ पा रहे की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार कहते हैं मेरी जनता जो मेरी भगवान हैं उसे किसी तरह का कष्ट नहीं होना चाहिए। सरकार की योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक कैसे पहुंचे, इस बात की फिक्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हमेशा रहती है और वे इसके लिए लगातार कदम उठा रहे हैं । जनता के सुख और प्रदेश मैं अमन चैन हो, माफिया गुंडे और अपराधियों से मुक्त मध्य प्रदेश बने और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई योजनाएं का लाभ सौ प्रतिशत आमजन तक और अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे यह माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्राथमिकता में शामिल है और जो अधिकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुसार काम कर रहे हैं उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। साथ ही सराहा रहा है और जो खरे नहीं उतर रहे हैं उन्हें दंडित किया जा रहा है। यूं ही मध्य प्रदेश की जनता नहीं कहती शिवराज है तो सब संभव है।
