
भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान दूर दृष्टि वाले नेता हैं, उनके आह्वान से मध्यप्रदेश में कई निर्विरोध समरस पंचायत बनी हैं। प्रदेश में सद्भावना के लिए यह अनूठी पहल है। इस पसल से पंचायत क्षेत्रों में विकास भी अधिक होगा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले प्रदेश में भाईचारा और आपसे प्रेम बढ़ाने के साथ ही सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए निर्विरोध समरस पंचायत बनाने की अपील की थी और ऐसी पंचायतों को राज्य सरकार द्वारा पुरस्कृत करने की घोषणा भी की है। सीएम शिवराज सिंह चौहान की पहल का व्यापक असर पूरे प्रदेश में दिखाई दे रहा है।
कई जिलों में कई पंचायतें निर्विरोध समरस पंचायत के रूप में दिखाई दे रही हैं। सीहोर जिले की 33 ग्राम पंचायतें समरस पंचायतें बनी हैं। इसके अलावा विभिन्न जनपदों के साथ वार्डों के प्रत्याशी भी निर्विरोध चुने गए हैं। इसमें बुधनी जनपद की 9 ग्राम पंचायतें हैं, जिनके सरपंच निर्विरोध चुने गए हैं। साथ ही नसरुल्लागंज जनपद की 17 ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि निर्विरोध चुने गए हैं। इसी प्रकार बुधनी जनपद के 6 वार्डों में जनपद सदस्य निर्विरोध चुने गए हैं। ऐसी ग्राम पंचायत जिनके सरपंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। उन पंचायतों को पुरस्कार राशि रुपए 5 लाख तथा सरपंच पद हेतु वर्तमान निर्वाचन एवं पिछड़ा निर्वाचन निर्विरोध होने पर पुरस्कार राशि 7 लाख रुपये होगी। ऐसी ग्राम पंचायत जिनके सरपंच तथा सभी पंच महिला निर्वाचित हुए हैं, उनको पुरस्कार के रुप में 12 लाख रुपए एवं पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्वाचन निर्विरोध रूप से हुआ है, उन्हें 15 लाख पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। मध्य प्रदेश के लाडले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आह्वान पर आज कई पंचायतों में आपस में मिल बैठकर अपना प्रत्याशी निर्विरोध चुना गया। कई स्थानों पर भगवान के मंदिर में बैठकर पर्ची डालकर एक उम्मीदवार चुना गया। निर्विरोध की इस पहल से पंचायत में विकास के कार्य तो होंगे ही साथ ही आपसी भाईचारा भी बना रहेगा। यह अनूठा प्रयोग देश में पहली बार हो रहा है जो प्रदेश में सद्भावना के लिए मील का पत्थर साबित होगा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इस पहल की पूरे देश में सराहना हो रही है। यूं ही मध्य प्रदेश की जनता नहीं कहती शिवराज सिंह चौहान है तो सब संभव है। UPDATE MPCG