

ग्वालियर UPDATE MPCG. योग हमारे शरीर में शांति बढ़ाने और हमारे सभी तनाव तथा समस्याओं मुक्ति दिलाने का कार्य करता है। उपरोक्त उदगार संयुक्त संचालक श्री दीपक पांडे ने आईआईटीटीएम में विश्व योग दिवस के लिए कॉमन योगा प्रोटोकाल के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर व्यक्त किए गए। श्री पांडे ने कहा कि योग करने से शरीर में शांति का स्तर बढ़ जाता है जिसके कारण हमारे अंदर आत्मविश्वास भी जागृत होता है। जिला योग प्रभारी श्री दिनेश चाकणकर ने कहा कि योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द से हुई है, जिसके दो अर्थ हैं। एक अर्थ है जोड़ना और दूसरा अर्थ है अनुशासन। योग का अभ्यास हमें शरीर और मस्तिष्क के जुड़ाव द्वारा शरीर और मस्तिष्क के अनुशासन को सिखाता है। यह एक आध्यात्मिक अभ्यास है, जो शरीर और मस्तिष्क के संतुलन के साथ ही प्रकृति के करीब आने के लिए ध्यान के माध्यम से किया जाता है। श्री चाकणकर ने कहा कि 16 जून से दूसरे चरण के प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। जिसमे आईआईटीटीएम में मुरार शहर, मुरार ग्रामीण तथा घाटीगांव के शेष योग क्लब प्रभारी तथा डबरा में डबरा एवं भितरवार के योग क्लब प्रभारियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। ये योग क्लब प्रभारी अपने विद्यालय में माध्यमिक विद्यालयों के एक एक शिक्षक को प्रशिक्षण देंगे। ताकि जिले के प्रत्येक उमावि, हाईस्कूल और मावि के बच्चे विश्व योग दिवस पर कॉमन योगा प्रोटोकाल का अभ्यास करेंगे। आईआईटीटीएम के प्रोफेसर सौरभ दीक्षित ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए योग बहुत ही लाभदायक माना गया है इससे बच्चों के मन-मस्तिष्क में स्थिरता आती है और बच्चों को अपनी पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने में भी पूर्ण रूप से सहायता मिलती है। योग के चमत्कार को तो पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है इसी वजह से दुनिया के अधिकांश देशों में योग शिक्षा को अनिवार्य किया गया है। इस अवसर पर विकासखंड योग प्रभारी श्री जयदयाल शर्मा,डॉक्टर लोकेंद्र सिंह कामर, हेमंत त्रिवेदी, कृष्णपाल सिंह यादव, गोविंद मेहरोत्रा, रेखा शर्मा आदि उपस्थित थे। UPDATE MPCG