UPDATE MPCG…..सीमा के साहस को सीएम शिवराज सिंह ने सराहा : राकेश शर्मा

मध्यप्रदेश के सहृदय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के शिवाजी नगर स्थित सीमा के निवास पर जाकर भेंट की ओर उनके स्वास्थ्य का हालचाल पूछा। बीते रोज एक दुर्भाग्य जनक घटना में बहन सीमा पर कुछ बदमाशों द्वारा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सीमा को एक लाख रुपए की सहायता प्रदान की है। साथ ही मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सीमा का साहस सराहनीय है। उन्होंने बदमाशों की आपत्तिजनक हरकत पर हिम्मत से उनका मुकाबला किया। राज्य शासन द्वारा श्रीमती सीमा का समस्त उपचार करवाया जाएगा। सीमा का अन्याय का प्रतिकार करना, अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का काम करेगा। इस नाते सीमा अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा भी है। सीमा के बेटा और बेटी पढ़ते हैं, उनके सहयोग के लिए भी कलेक्टर भोपाल को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। इससे पूर्व बदमाशों द्वारा सीमा को गंभीर रूप से घायल किए जाने की घटना पर मुख्यमंत्री चौहान ने तुरंत कमिशन भोपाल गुलशन बामरा, पुलिस आयुक्त भोपाल मकरंद देउसकर को मुख्यमंत्री निवास पर बुलाया था। इस दौरान प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी और ओएसडी योगेश चौधरी भी उपस्थित थे। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया, सचिन अतुलकर, साईं थोटा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करने एवं उनके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई के निर्देश पुलिस कमिश्नर और अन्य अधिकारियों को दिए। पुलिस द्वारा तीनों बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रमुख अपराधी बादशाहा बेग और उसके 2 साथी गिरफ्तार कर लिए गए हैं, पर यह गंभीर चिंतनीय विषय है कि राजधानी में अपराधियों की इतनी हिम्मत बढ़ गई है कि वह सरेआम महिलाओं पर हमला करने की हिम्मत जुटा रहे हैं। जबकि भोपाल में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस प्रशासन के पास बहुत सारे अधिकार आ चुके हैं। आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपराधियों पर कार्रवाई के लिए जिस सख्त लहजे में निर्देश दिया है उसको अधिकारियों को समझना चाहिए। मुझे इस बात पर भी आश्चर्य होता है कि प्रदेश के मुखिया हर विषय को गंभीरता से लेते हैं और उनका प्रयास होता है कि मध्य प्रदेश की साढ़े करोड़ जनता को किसी तरह की तकलीफ ना हो। लगातार वे सुबह साढ़े छह बजे रोज किसी न किसी जिले के कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों की समीक्षा बैठक करते हैं और सख्त लहजे में अधिकारियों निर्देश देते हैं कि किसी भी तरह की तकलीफ जनता को ना हो उसके लिए हर जिले का छोटे से लेकर बड़ा विषय मुख्यमंत्री के संज्ञान में रहता है क्योंकि लगातार मुख्यमंत्री जनता के बीच रहते हैं। यही नहीं मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी भी जिले में आम लोगों से लगातार संपर्क कर रहे हैं और उनसे जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बार-बार विभिन्न मंचों पर यह स्पष्ट कर चुके हैं कि जो अधिकारी अच्छा काम करेंगे उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा और जो अच्छा काम नहीं करेंगे उन्हें दंडित किया जाएगा। मुख्यमंत्री की मंशा स्पष्ट से अब परिणाम देने का काम अधिकारियों का है इस तरह की एक भी अपराध की घटना ना हो इसकी जिम्मेदारी अधिकारियों की है। जिम्मेदारी का निर्वहन उनको करना चाहिए और अपराध पर नियंत्रण करना चाहिए। साथ ही कानून और पुलिस प्रशासन का खौफ गुंडे बदमाश और अपराधियों में नजर आना चाहिए। चौक-चौराहा और सार्वजनिक स्थलों पर जो असामाजिक तत्व पाए जाते हैं उनके खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। आज मुख्यमंत्री का एक वीर महिला से मिलना और उसे 1 लाख रुपए से पुरस्कृत कर सहायता करना इससे बाकी जनप्रतिनिधियों को भी प्रेरणा, सीख लेना चाहिए, कि वह भी जनता की सेवा के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान के रास्ते पर चलें। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सीख को विधायकों, सांसदों और मंत्रियों को मानना चाहिए कि जनता ही सर्वोपरि है। जनता के सुख-दुख की चिंता करेंगे तो ही जनता आपके साथ रहेगी और जनता का आशीर्वाद आपको मिलेगा। आज मध्य प्रदेश की जनता के हृदय में वास करने वाले शिवराज सिंह चौहान हमेशा जनता के सुख-दुख की चिंता करते हैं इसीलिए जनता के हृदय में राज्य करते हैं। हमें गर्व है शिवराज सिंह चौहान जैसा दयालु और जनता का सच्चा सेवक प्रदेश का मुख्यमंत्री है।

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief

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