पॉलिटिक्स अपडेट

कटनी/भोपाल UPDATEMPCG.COM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की गुड बुक में माने जाने वाले राज्य के राज्यमंत्री संजय पाठक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भी खास करीबी माने जाते हैं. इस वक्त मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री चौहान अपनी जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं. यह यात्रा जब संजय पाठक के अपने गृह जिले कटनी में पहुंची, तो उन्होंने पूरी तैयारी के साथ इस यात्रा का जोरदार स्वागत किया. इस जनआशीर्वाद यात्रा में उमड़ा जनसैलाब एक तरह से संजय पाठक का अपने क्षेत्र में बीजेपी की स्थति को और मजबूत दिखाने वाला शक्ति प्रदर्शन भी माना जा रहा है. भोपाल से प्रदीप जायसवाल.

आदरणीय श्री कमलनाथ जी
अध्यक्ष(सांसद)
मध्यप्रदेश कोंग्रेस कमिटी

विषय-उज्जैन प्रेस वार्ता की घटना के सम्बन्ध में।

माननीय प्रदेश अध्यक्ष महोदय 28 जुलाई को उज्जैन पत्रकार वार्ता के दौरान सारे घटनाक्रम में खास बात ये थी कि मुझे उज्जैन जिला चुनाव अभियान समिति के प्रभारी राजवर्धन दत्तीगाव ने मंच पर बैठने के लिए कहा था जो कि आदरणीय ज्योतिरादित्य सिंधिया जी की जानकारी में नही था कही ना कही स्थानीय आयोजको ने भी ये बाद सिंधिया जी की जानकारी में नही डाली थी अतःसारे पहलू जानने के बाद मुझे प्रतीत होता है जो भी घटनाक्रम हुआ वो यकायक हो गया एवम सारा मामला किसी भी दुर्भावना से ग्रस्त होकर नही किया गया था
मैं चाहती हूँ कि हम इस समंध में पारिवारिक रूप से चर्चा कर सारे घटनाक्रम पर विराम लगाए क्योकि जो भाजपा की सरकार प्रदेश में महिला सम्मान और सुरक्षा लागू करवाने में अक्षम में वो इस मामले में राजनैतिक रोटियां सेंकने का प्रयास कर रही है जो कि मैं कतई बर्दाश्त नही करुँगी।…

नूरी खान
प्रवक्ता
मध्यप्रदेश कोंग्रेस कमिटी

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जनता कांग्रेस पार्टी ने बनाई विधानसभा चुनावी रणनीति

विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी की मजबूती के लिये हुए कई निर्णय

भोपाल. जनता कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के द्वारा विगत दिवस नई दिल्ली में एक खास बैठक के दौरान मध्यप्रदेश में होने वाले चुनावों की समीक्षा की जाते हुए रणनीति बनाई गई। जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश अध्यक्ष अमित वर्मा के नेतृत्व में कई निर्णय लिये जाते हुए पार्टी को मजबूत बनाने का कार्य जोर-षोर से प्रारम्भ हुआ। जिसके तहत पार्टी को पूरे प्रदेश में चार झोनों में बांटा जाते हुए पूर्वी मध्यप्रदेश की कमान सतना के सक्रीय पदाधिकारी उपेन्द्र त्रिवेदी, पश्चिमी मध्यप्रदेष की कमान इन्दौर के सक्रीय पदाधिकारी कांतिलाल देसाई एवं श्रीमति कुसुम प्रजापति, उत्तरीय मध्यप्रदेश की कमान जितेन्द्र शर्मा एवं सीताराम पाटीदार, मध्य मध्यप्रदेश की कमान अंकित चिंतामणी एवं मोहम्मद इरशाद मन्सूरी को प्रभारी बनाया जाते हुए चुनाव अभियान समिति के सभी 9 सदस्यों के साथ मिलकर जनता कांग्रेस का चुनावी मैदान संभालने का कार्य दिया गया। इन 9 सदस्यों मंे श्रीमान हुकुमचंद पाटीदार (मनावर), श्रीमान इदरिश मन्सूरी (शुजालपुर), श्रीमान वी.पी. त्रिपाठी (सीधी), एडवोकेट सरस्वती बड़गैंया (जबलपुर), श्रीमान दिनेश रायसेन (इन्दौर), श्रीमान आजम खान (भोपाल), श्रीमति माया वर्मा (इन्दौर), श्रीमान कादर खान (खरगोन), श्रीमान राजेश कुमार सेन (रीवा) शामिल हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमित वर्मा ने जारी वक्तव्य में बताया कि जनता कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह निर्णय लिया कि जनता कांग्रेस पूरे प्रदेश में अकेले चुनाव लडे़गी एवं किसी के साथ किसी प्रकार का गठबंधन या मोर्चा साझा नहीं करेगी। जनता का विश्वास हमारे साथ है, और हम जनादेष को स्वीकार करेंगे ना की उठापटक की राजनीति कर किसी प्रकार के कोई गठबंधन में विश्वास करेंगे। प्रदेश में जनता भाजपा सरकार के कुशासन से त्रस्त हो चुकी है एवं एक विपक्षी के रूप में कांग्रेस भी अपना जनाधार पूरी तरह से खोकर सिर्फ मुख्यमंत्री पद के लिये लड़ाई लड़ने वाली पार्टी बनकर रह गई है। जिसके लिये जनता दोनों ही दलों से विमुख होकर अब तीसरे विकल्प की तलाश में है जोकि जनता कांग्रेस के रूप में प्रदेश भर मंे पसंद किया जा रहा है।
जनता कांग्रेस के द्वारा सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में 130 से अधिक संभावित विधानसभा प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी जायेगी।

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प्रदीप जायसवाल
भोपाल. मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं.बीजेपी, कांग्रेस समेत समाजवादी पार्टी सहित अन्य दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की पहल अभी चल रही है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाल ही में अपना मध्यप्रदेश का दो दिनी दौरा करने के बाद एक बार फिर मध्यप्रदेश आ रहे हैं. समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गौरी सिंह यादव का कहना है कि अखिलेश यादव से टेलीफोन पर उनकी बातचीत हुई है और उन्होंने आग्रह किया है कि वे एक बार फिर मध्यप्रदेश का दौरा करें. गौरी यादव का कहना है कि उनकी बात अखिलेश यादव ने मान ली है और वह अगस्त के पहले सप्ताह में मध्यप्रदेश का दो दो दिनी दौरा करने आ रहे हैं. सपा स्टेट चीफ गौरी सिंह यादव ने बताया कि यह दौरा उनके गृह जिले सागर, उससे सटे रायसेन जिले के सिलवानी और एक अन्य विधानसभा क्षेत्र में होगा. यादव ने बताया कि मैंने अखिलेश यादव से यह भी कहा है कि इन क्षेत्रों में मेरी अपनी खास दिलचस्पी है. यादव ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर बताया कि हाल ही में उनकी हाईकमान के साथ एक मीटिंग हुई थी. जिसमें सभी बड़े पदाधिकारियों से सुझाव मांगे गए थे .मैंने खुद ने यह सुझाव दिया है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस समेत अन्य दलों के साथ गठबंधन करना फायदेमंद होगा, लेकिन अंतिम फैसला आलाकमान को ही करना है. यादव ने बताया कि MP में सपा और कांग्रेस गठबंधन को लेकर उनकी कमलनाथ से भी चर्चा हुई है. कमलनाथ ने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर हाईकमान जो भी अंतिम निर्णय लेगा, वही मध्यप्रदेश में लागू होगा.

कल 30 जुलाई को छतरपुर में प्रत्याशियों की तीसरी सूची

लोकसभा स्तर के पदाधिकारी सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल समेत मौजूद रहेगा पूरा प्रदेश नेतृत्व

वाहन रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे आप कार्यकर्ता, किसान, सूखा, बीमा घपला आदि पर देंगे ज्ञापन

भोपाल/छतरपुर, 29 जुलाई। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल सोमवार 30 जुलाई को छतरपुर में आम आदमी पार्टी के विधानसभा प्रत्याशियों की तीसरी सूची की भी घोषणा करेंगे। श्री अग्रवाल यहां जैन धर्मशाला (डेरा पहाड़ी, पुराना पन्ना नाके के पास) में आयोजित लोकसभा पदाधिकारी सम्मेलन में हिस्सेदारी करेंगे। इस मौके पर श्री अग्रवाल समेत सभी प्रदेश स्तरीय नेता मौजूद होंगे। इस बारे में जानकारी देते हुए आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं बुंदेलखंड जोन के प्रभारी अमित भटनागर ने बताया कि 15 जुलाई को इंदौर में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल को पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया है। इस घोषणा के बाद आलोक अग्रवाल पहली बार छतरपुर पहुंच रहे हैं। पदाधिकारी सम्मेलन के बाद श्री अग्रवाल 3 बजे प्रेस को संबोधित करेंगे। इसके बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन स्थल से वाहन रैली के रूप में कलेक्ट्रेट की ओर प्रस्थान करेंगे और किसानों की स्थिति, सूखा एवं प्रधानमंत्री बीमा राशि में हुए घोटाले के संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे।

उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी स्वच्छ और ईमानदारी राजनीति के लिए युवाओं, किसानों, महिलाओं समेत समाज के सभी तबकों की राजनीति में भागीदारी की समर्थक है। इसके लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को भी पूरी तरह पारदर्शी रखा गया है। आम आदमी पार्टी प्रदेश में पूरी मजबूती से प्रदेश की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और लूट और भ्रष्टाचार की भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकेंगी। उन्होंने बताया कि पार्टी ने गत 26 जून को भोपाल में 20 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी। इसके बाद 6 जुलाई को ग्वालियर में दूसरी सूची जारी की गई, जिसमें 19 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी छतरपुर में 30 जुलाई को दो दर्जन से ज्यादा विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा करेगी।

पूरा प्रदेश नेतृत्व शामिल होगा पदाधिकारी सम्मेलन में

आम आदमी पार्टी के लोकसभा स्तरीय पदाधिकारी सम्मेलन एवं प्रत्याशियों की घोषणा के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल एवं प्रदेश उपाध्यक्ष अमित भटनागर के अलावा प्रदेश संगठन मंत्री और भोपाल एवं रीवा जोन के प्रभारी पंकज सिंह, प्रदेश सचिव दुष्यंत दांगी, प्रदेश संगठन सचिव और इंदौर जोन के प्रभारी युवराज सिंह, प्रदेश संगठन सचिव एवं ग्वालियर जोन के प्रभारी हिमांशु कुलश्रेष्ठ, प्रदेश संगठन सचिव एवं जबलपुर जोन के प्रभारी मुकेश जायसवाल, उज्जैन जोन के प्रभारी इंद्र विक्रम सिंह, प्रत्याशी चयन समिति की प्रभारी चित्तरूपा पालित, आप युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष निशांत गंगवानी, लोकसभा प्रभारी मनीष भटनागर एवं युवा शक्ति के बुंदेलखंड जोन प्रभारी केश कुमार राजपूत समेत अन्य कई प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी शामिल होंगे।

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कमलनाथ को इंदौर का साथ पसंद है…..

महाकौशल के दिग्गज को रास आया निमाड़-मालवा

प्रदीप जायसवाल

भोपाल. कमलनाथ ने यूं तो अपनी टीम में मध्यप्रदेश के कई बड़े चेहरे शामिल किए हैं, लेकिन उन्होने सबसे ज्यादा भरोसा मालवा और निमाड़ पर जताया है. महाकौशल के इस दिग्गज की टीम में अहम पदों पर सबसे ज्यादा इंदौर के नेता काबिज हैं. कई बार के मंत्री रह चुके और मध्यप्रदेश गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष के तौर पर अपनी साख और धाक जमा चुके पूर्व वरिष्ठ नेता चंद्रप्रभाष शेखर को न केवल प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया, बल्कि उन्हें संगठन के प्रभारी के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी भी दी गई. कमलनाथ ने जब चार कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किए, तो इनमे एक निमाड़ से वरिष्ठ नेता और विधानसभा में कांग्रेस की ओर से उपनेता रहे बाला बच्चन को शामिल किया.इतना ही नहीं, उन्होंने वरिष्ठ नेता और विधायक जीतू पटवारी को अपनी टीम में जगह दी. जीतू भी इंदौर से आते हैं. इसी तरह जब कमलनाथ को अपनी टीम में एक और भरोसेमंद चेहरे की जरूरत पड़ी, तो उन्होंने अपने मीडिया समन्वयक के तौर पर इंदौर के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सलूजा को अपना खास बनाया. जैसा कि राजनीतिक गलियारों में सुनाई पड़ रहा है कि वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल यानी, मानक भाई को इस बार विधानसभा का चुनाव लड़ना है, इसीलिए उनके स्थान पर इंदौर की वरिष्ठ नेत्री श्रीमती शोभा ओझा को मीडिया की कमान सौंपी गई है. श्रीमती ओझा महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुकी हैं और राष्ट्रीय प्रवक्ता के तौर पर नेशनल मीडिया में उनकी बड़ी भूमिका सामने आ चुकी है. उधर मालवा की मीनाक्षी नटराजन जरूर कुछ वक्त कमलनाथ से नाराज चली पर घोषणा पत्र समिति के बहाने अब जाहिर तौर पर तो सबकुछ ठीकठाक दिखाई पड़ रहा है. कमलनाथ ने इंदौर को और तवज्जो देते हुए महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती अर्चना जायसवाल को न केवल चुनाव अभियान समिति से जोड़ा, बल्कि उन्हें प्रदेश कांग्रेस का उपाध्यक्ष पद भी सौंपा. इंदौर के ही एक और बड़े नेता तुलसी सिला़वट को भी यही पद सौंपा. इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए गए अरुण यादव के विधायक भाई सचिन यादव को अपनी टीम में प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया. निमाड़ के अरुण की नाराजगी भी अब दूर हो चुकी है, क्योंकि राहुल गांधी ने उन्हें अपनी टीम में विशेष आमंत्रित के तौर पर शामिल कर लिया है. यह ऐसी कार्यसमिति है, जिससे एमपी के कई दिग्गज बाहर हो चुके हैं. अब सुना है कि इंदौर के एक और वरिष्ठ नेता जो कि शिवराज सरकार के लिए परेशानी का सबब बनते रहे हैं, पूर्व मुख्य प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा भी जल्द ही कमलनाथ की टीम के एक खास सिपहसालार बनने जा रहे हैं. मालवा के दिग्विजय सिंह पहले से ही कांग्रेस का रास्ता आसान करने के लिए कमलनाथ का साथ निभा रहे हैं. सज्जन वर्मा कमलनाथ की घोषित ताकत है, इसलिये कोई भी पद उनके आगे बौना ही है. बस, एक कमी है, इंदौर के घाघ राजनीतिज्ञ और राजनीति के चाणक्य महेश जोशी की. अब फैसला तो कमलनाथ को करना है.एक और खास बात अजय सिंह मकड़ाई और प्रदेश प्रवक्ता सुश्री संगीता शर्मा का वास्ता भी निमाड़ क्षेत्र से ही है. जबकि हाल ही में श्रीमती शोभा ओझा की टीम में शामिल किए गए अभय दुबे राष्ट्रीय स्तर की राजनीति में दांवपेच आजमाने के बाद कमलनाथ टीम के खास नेता बन गए हैं. दुबे को मीडिया टीम में प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है.
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मुख्यमंत्री शिवराज चौहान, राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के खिलाफ कांग्रेस सांसद सिंधिया ने दिया विशेषाधिकार हनन का नोटिस

भोपाल | बुधवार | कांग्रेस सांसद और चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी-गुना सड़क लोकार्पण में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के इशारे पर सरकर एवं जिला प्रशासन द्वरा किए गए कृत्य के आधार पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान, राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के खिलाफ लोकसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने हेतु लोकसभा की अध्यक्षा महोदया को निवेदन किया |

सिंधिया ने लिखा कि कार्मिक प्रशासन विभाग के 1 दिसम्बर 2011 के प्रोटोकाल संबंधी परिपत्र एवं6 फरवरी -2014 को
संसद में प्रस्तुत सांसद प्रोटोकाल रिपोर्ट का सीधा उल्लंघन मुख्यमंत्री शिवराज चौहान, राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन ने किया है
| जो स्पष्ट रूप से किसी भी सांसद के विशेषाधिकार हनन की श्रेणी में आता है | इसलिए इस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए | उन्होंने कहा कि सत्ता के अहंकार और मद में पूरी तरह से चूर मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार किस तरह से लोकतंत्र और जनभावनाओं का गला घोंट रही है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण गुना में देखने को मिला है।

सिंधिया ने बताया कि तत्कालीन UPA सरकार के समय ग्वालियर से देवास तक के आगरा बॉम्बे रोड़ को 4-लेन में परिवर्तित करने की 3500 करोड़ की योजना स्वीकृत की गई थी – 27 जून 2012 को तत्कालीन भूतल परिवहन राज्यमंत्री श्री जितिन प्रसाद एवं सांसद श्री सज्जन सिंह वर्मा की उपस्थिति में इसका भूमिपूजन सम्पन्न हुआ था।

किन्तु जब गत 23 जुलाई को गुना में मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में इस राष्ट्रीय राजमार्ग का शिलान्यास समारोह सम्पन्न हुआ तो क्षेत्र का निर्वाचित सांसद होने के बावजूद उन्हें इस कार्यक्रम से दूर रखा गया, आमंत्रण पत्र में नाम तक नही दिया दिया| जिस शिला पट्टिका में सिंधिया के नाम का उल्लेख था उस को तोड़ के फेंक दिया गया व नए शिला पट्टिका को रातोंरात तैयार कर लगाया गया| |

शिवराज सरकार यहीं नहीं रुकी इस सरकार ने एक निर्वाचित विधायक को धक्के मार कर मंच से उतार दिया गया वह सब के सामने है । शिवराज सरकार और इनकी पूरी प्रशासनिक मशीनरी ने जिस तरह से प्रोटोकॉल को धता बताते हुए निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को अपमानित कर देवास-शिवपुरी राष्ट्रीय राजमार्ग का शिलान्यास किया है वो बेहद ही शर्मनाक है।
सिंधिया ने कहा कि उपरोक्त घटना में निर्धारित प्रोटोकॉल और नियमों का सीधा-सीधा उल्लंघन है| गुना-शिवपुरी की जनता का जिम्मेदार जनप्रतिनिधि होने के नाते यह मेरे विशेष अधिकार का भी हनन है| इसलिए मैं शिवराज चौहान, राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव ला रहा हूँ|

सिंधिया ने मुख्यमंत्री जी से कहा कि , आप शिला पट्टिका से उनका नाम हटवा सकते हैं एक निर्वाचित विधायक को मंच से धक्के मारकर हटा सकते हैं, लेकिन जनता की दिलों से आप हमें और हमारे विकास कार्यों को कैसे निकालेंगे? शिवराज जी की घबराहट और कुर्सी छूटने का डर जनता जनार्दन को साफ दिखाई दे रहा है|

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दिग्विजय के बहाने कांग्रेस होगी आबाद या शिवराज को फिर आशीर्वाद!

मुकाबला कांग्रेस से कम, दिग्विजय से कहीं ज्यादा

प्रदीप जायसवाल

भोपाल इतनी सी बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान माफी मांगे या फिर यह सिद्ध कर दें कि दिग्विजय सिंह राष्ट्रद्रोही की श्रेणी में आते हैं. न कोई चेतावनी न कोई मानहानि. तो फिर परेशानी किस बात की. बात जरूर छोटी सी लग रही है, इतनी सी लग रही है. पर ऐसा है नहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह के बारे में जो कुछ कहा, वह उनकी जुबान फिसलने जैसा तो नहीं है. अगर ऐसा होता तो दिग्विजय सिंह पर शिवराज सिंह चौहान बार-बार, लगातार जुबानी हमले करना बंद कर देते. दिग्विजय सिंह भी समझ रहे हैं. 2003 में एक चुनौती उमा भारती से मिली थी, तो 2018 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उमा भारती से छोटी चुनौती नहीं है. एक 10 साल का राजा रह चुका है तो एक 10 साल से ज्यादा समय का राजा है. दिग्विजय सिंह का मध्य प्रदेश में राज करने का अपना अलग अंदाज था. शिवराज को बखूबी मालूम है, लोगों की नब्ज पर हाथ रखना. तभी तो वह एक ही बात दोहराते हैं, मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है, जनता मेरी भगवान और मैं इस भगवान का पुजारी हूं. बेशक! कांग्रेस के लिए कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बीजेपी से मुकाबले की महती जिम्मेदारी है, लेकिन बीजेपी के निशाने पर तो सिर्फ और सिर्फ दिग्विजय सिंह है. भाजपा के लिए दिग्विजय सिंह आसान टारगेट है. 2003 में मिस्टर बंटाधार का नारा आर-पार कर गया. लोगों पर यह ऐसा छाया कि bjp की नैया पार लगा गया. 2018 के चुनाव के लिए BJP सरकार अपने कामकाज की तुलना खुद की सरकार से तो नहीं कर सकती है ना. फिर क्या, जब भी करेगी तो वह कांग्रेस का 10 साल का राज सामने रखेगी. जाहिर है, जब ऐसा करेगी तो दिग्विजय सिंह स्वाभाविक तौर पर उसके निशाने पर तो आ ही जाएंगे ना. तो फिर मान लीजिए कि bjp और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिग्विजय सिंह के बारे में जो कुछ कह रहे हैं वह जाने-अनजाने नहीं, बल्कि एक सोची- समझी रणनीति के तहत ही हो सकता है. आसानी से समझा जा सकता है कि शिवराज ने दिग्विजय सिंह को देशद्रोही की श्रेणी में यूं ही नहीं बताया होगा. शिवराज और BJP को आज भी लगता है कि उनकी सरकार से ज्यादा गुस्सा तो दिग्विजय सिंह के खिलाफ लोगों में मौजूद है. अब सवाल उठना लाजिमी है कि कांग्रेस, उसके बड़े नेता और रणनीतिकार BJP और शिवराज के दिग्विजय सिंह पर बोले जाने वाले हमलों से कैसे निपट पाते हैं. दिग्विजय सिंह खुद को देशद्रोही करार दिए जाने पर 26 जुलाई को भोपाल के टीटी नगर थाने पर गिरफ्तारी देंगे. इस दौरान मध्यप्रदेश में शिवराज जन आशीर्वाद लेते हुए नजर आएंगे. अब देखना दिलचस्प होगा कि दिग्विजय पर की गई टिप्पणी को लेकर शिवराज के खिलाफ लोगों में गुस्सा फूटेगा या फिर अब तक जैसा सब कुछ सामान्य नजर आ रहा है, ठीक वैसा ही रहेगा.
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मिशन 2018 में मोर्चा कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका : मुख्यमंत्री

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति, जनजाति और अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक मुख्यमंत्री निवास में संपन्न हुई।

बैठकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2018 और लोकसभा चुनाव2019 में मोर्चा कार्यकर्ताओं की भूमिका अहम है। साढ़े 14 वर्षो में राज्य सरकार ने हर वर्ग, समुदाय के लिए कल्याणकारी कार्य से प्रदेश की जनता को सुकून और कल्याणकारी कार्यो से उनका जीवन स्तर ऊंचा करने का काम किया है। हितग्राहियों को पार्टी के अंचल में लाकर उनके समर्थन को मतपेटी तक ले जाने का कार्य कार्यकर्ताओं को सतत संपर्क और संवाद करके करना है।

उन्होंने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि हमारे पास उपलब्धियों की पंूजी है। कार्यकर्ता गौरव के साथ सरकार की उपलब्धियों को घर-घर, हर मतदाता तक पहंुचाए। विधानसभा चुनाव2018 प्रदेश के विकास के लिए और स्वर्णिम प्रदेश बनाने के लिए है। उन्होंने सचेत किया कि कांग्रेस की अफवाहों का जमकर जवाब दें और जनता को भ्रमित न होने दे।

अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक में निर्णय लिए गए कि 1 से 7 अगस्त तक जनजाति छात्रावासों में छात्र छात्राओं की समस्याओं का निराकरण किया जायेगा एवं प्रदेश सरकार की छात्र कल्याण नीतियों से अवगत कराया जायेगा। 9 अगस्त को जनजाति जिले में जनजाति सम्मेलन आयोजित किए जायेंगे, जिसमें13 अगस्त से प्रारंभ होने वाली संबल योजना का प्रतिकात्मक शुभारंभ किया जायेगा। इस अवसर पर जनजाति समाज के प्रमुखों का सम्मान भी किया जायेगा। 15 अगस्त से 15 सिंतबर तक जनजाति ग्राम पंचायतों में ग्राम चैपाले आयोजित की जायेगी।

अनुसूचित जाति मोर्चा की बैठक में निर्णय लिए गए कि 5 से 31 अगस्त संभागीय बस्ती सम्मेलन आयोजित होंगे। प्रत्येक कार्यकर्ता बस्ती में पहंुचकर विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों का पंजीयन करेेंगे। कार्यकर्ता बस्तियों के घर-घर पहंुचकर संबल योजना, बिजली बिल माफी योजना सहित अन्य सभी योजनाओं से जनता को अवगत कराकर संबल योजना के फार्म भी भरवाए जायेंगे।

अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठक में निर्णय लिए गए कि 1 से 3 अगस्त तक संबल योजना की तैयारियों को लेकर संभागीय बैठकें आयोजित की जायेगी। 4 से 20 अगस्त तक मोहल्ला बैठकें कर निचले स्तर तक लोगों को प्रदेश सरकार की अल्पसंख्यक हितैषी नीतियों एवं योजनाओं से अवगत कराया जायेगा। साथ ही युवा एवं मेधावी सम्मेलन भी आयोजित किए जायेंगे।

इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद श्री प्रभात झा, राष्ट्रीय मंत्री श्रीमती ज्योति धुर्वे, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री प्रदीप लारिया, श्रीमती रंजना बघेल, प्रदेश महामंत्री श्री विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश मंत्री श्री बुद्धसेन पटेल, सांसद श्री फग्गनसिंह कुलस्ते, प्रदेश शासन के मंत्री श्री विजय शाह, श्री लालसिंह आर्य, श्री अंतरसिंह आर्य, श्री विश्वास सारंग, श्री ओमप्रकाश धुर्वे, श्री नारायण सिंह केसरी, मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्री गजेन्द्र सिंह पटेल, श्री नागर सिंह चौहान, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष श्री सूरज कैरो, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष श्री सनवर पटेल, मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तनवीर अहमद, निगम मंडल के पूर्व व वर्तमान अध्यक्ष, कार्यसमिति के सदस्य सहित सभी मोर्चो के पदाधिकारी, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।कमलनाथ ने कांग्रेस में फूंकी जान

आसान भी नहीं चुनावी इम्तहान

प्रदीप जायसवाल

भोपाल. यह बात बिल्कुल सही है कि जब से कांग्रेस की कमान कमलनाथ ने संभाली है, तब से कांग्रेस लगातार नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रही है.चाहे खुद कमलनाथ हो या फिर मध्य प्रदेश चुनाव अभियान समिति के चीफ ज्योतिरादित्य सिंधिया हो या फिर राज्य के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह हो, सभी दिग्गज किसी न किसी तरह कांग्रेस संगठन को दोबारा ट्रैक पर लाने की कोशिश कर रहे हैं. दिग्विजय सिंह एक बार फिर फार्म में है, जबकि वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी भी अपने कुनबे को जोड़ने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं. पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री अरुण यादव अपनी नाराजगी की खबरों के बीच अब खुश नजर आ रहे हैं. दरअसल हाईकमान ने उन्हें अपनी वर्किंग कमेटी में स्थान देकर जिस तरह से नवाज दिया है, उससे उनके समर्थकों में भी खासा उत्साह है. इधर पीसीसी मुख्यालय में पूर्व और अनुभवी नेता चंद्रप्रभाष शेखर अपने तजुर्बे के बूते संगठन की मजबूती के लिए धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं. बकौल एक नेता, शेखर साहब बहुत अच्छे नेता और इंसान हैं, दरअसल वह हमेशा कहते हैं कि संगठन को अगर पटरी पर लाना है तो ज्यादा से ज्यादा पद बांटना होगा. हम आखिर पद ही तो दे रहे हैं और कार्यकर्ता को दे क्या रहे हैं.शेखर की यह सोच कांग्रेस को धीरे-धीरे एक नई ऊर्जा से लबरेज कर रही है. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बैठे दूसरे बड़े नेता मानक अग्रवाल अपने दीर्घ अनुभव के आधार पर पार्टी की साख बनाने और इमेज चमकाने का काम बखूबी कर रहे हैं. उधर पीसीसी चीफ कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा भले ही मध्यप्रदेश के लिए नए नेता हो, लेकिन वे मानक अग्रवाल, चंद्रप्रभाष शेखर और सज्जन सिंह वर्मा सरीखे दिग्गज नेताओं के साथ तालमेल करके आगे बढ़ रहे हैं.

कमलनाथ की ताकत में यह सब शुमार

दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी,सत्यव्रत चतुर्वेदी और कांतिलाल भूरिया सरीखे जमीनी नेताओं के अलावा चंद्रप्रभाष शेखर, मानक अग्रवाल, बाला बच्चन, रामनिवास रावत, जीतू पटवारी, सुरेंद्र सिंह चौधरी और मालवा-निमाड़, बुंदेलखंड, ग्वालियर चंबल, विंध्य, महाकौशल के तमाम नेता और कांग्रेस के सभी विधायक कमलनाथ की ताकत बने हुए हैं. पहली बार राजनीति में कदम रखने के बाद सियासत से लगभग तौबा तौबा कर लेने वाले जाने-माने प्रख्यात अधिवक्ता विवेक तन्खा भी अब राज्यसभा सांसद के तौर पर कमलनाथ की एक बड़ी ताकत बन गए हैं. यह कहना बिल्कुल सही है कि कांग्रेस में कमलनाथ के आने के बाद जान तो आई है लेकिन शिवराज जैसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री और तीन बार की BJP सरकार को सत्ता से बेदखल कर कांग्रेस का सत्ता से वनवास खत्म करना भी कोई मामूली इम्तहान नहीं है.

कांग्रेस के ये खास चेहरे

चंद्रप्रभाष शेखर, मानक अग्रवाल, नरेंद्र सलूजा, जेपी धनोपिया, विभा पटेल, पंकज चतुर्वेदी, दुर्गेश शर्मा, रवि सक्सेना, युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती मांडवी चौहान, वरिष्ठ नेत्री दीप्ति सिंह, योगेंद्र सिंह परिहार, संगीता शर्मा, पीसी शर्मा, कैलाश मिश्रा, मनोज शुक्ला, संजय श्रीवास्तव, रवि जोशी, मृणाल पंत,विपिन वानखेडे, राजीव सिंह, अजय शाह मकड़ाई, भूपेंद्र गुप्ता, अर्चना जायसवाल, अवनीश भार्गव, दिनेश गुर्जर, डॉक्टर धर्मेंद्र वाजपेई, बृजभूषण नाथ, प्रमिला साधौ, महेंद्र सिंह चौहान, लक्ष्मण ढोली, सपना जैन, शाहवर आलम और त्रिलोक दीपानी जैसे कई बड़े नेता कांग्रेस की जमीन तैयार करने में जुट गए हैं. सुना है तेज तर्रार और सरकार की नाक में दम कर देने वाले पूर्व मुख्य प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा भी जल्द ही मैदान संभालने वाले हैं.

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युवा नेताओं के कंधों पर अबकी बार 200 पार

प्रदीप जायसवाल
भोपाल. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मध्य प्रदेश सियासी जंग के मुहाने जा पहुंचा है. कांग्रेस और BJP दोनों ही दल पूरी शिद्दत के साथ आमने सामने आ गए हैं. हम मध्यप्रदेश में इस वक्त BJP की सियासत की बात कर रहे हैं. BJP ने अपनी सेकंड लाइन को बढ़ाना शुरू कर दिया है. इस लिहाज से मिशन 2018, यानि कि अबकी बार 200 पार की जिम्मेदारी युवा नेताओं पर ज्यादा होगी. वरिष्ठ नेता विजेंद्र सिंह सिसोदिया मुख्यालय में बैठकर पार्टी की रणनीति को आगे बढ़ा रहे हैं. दूसरे नेता विजेश लुणावत भले ही भोपाल हो, लेकिन मध्य प्रदेश की सियासत पर अपनी पूरी नजर रखते है. तीसरे बड़े नेता डॉ.हितेश वाजपेई एक निगम की जिम्मेदारी बखूबी संभाल रहे हैं पर पार्टी संगठन में भी अपनी खासी पैठ बनाएं हुए हैं. चौथे नेता डॉ दीपक विजयवर्गीय मुख्य प्रदेश प्रवक्ता, पार्टी की लाइन को अपने प्रवक्ताओं के साथ आगे बढ़ाना और कांग्रेस के आरोपों का जवाब देना, पलटवार करना यह इनकी रणनीति का एक बड़ा हिस्सा है. एक और युवा नेता डॉ लोकेंद्र पाराशर मीडिया प्रभारी हैं और BJP के लिए प्रदेश भर में मीडिया पर सोशल मीडिया पर प्रिंट मीडिया पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर अपनी पैनी निगाह रखते हैं I वे सरकार की छवि चमकाने के लिए IT सेल का भी पूरा ध्यान रखते हैं. एक और कद्दावर युवा नेता राहुल कोठारी हैं. वे युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का दायित्व तो संभाल ही रहे हैं, मध्यप्रदेश में पार्टी संगठन में प्रदेश प्रवक्ता की भूमिका का भी बखूबी निर्वहन कर रहे हैं. जबकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की पृष्ठभूमि से आए रजनीश अग्रवाल का राजनीति में कोई सानी नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि इन युवा नेताओं के अलावा जो पार्टी में खासी दखल रखते हैं, वह हैं वीडी शर्मा, अरविंद भदौरिया यह ऐसे नेता है जो मुख्यालय के अलावा मध्यप्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के साथ कदमताल करते हैं . राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा एक बार फिर मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा के सारथी हो गए हैं. साथ में मध्यप्रदेश में सरकार की उपलब्धियों, पार्टी संगठन की योजनाओं और कार्यक्रमों को लोगों तक पहुंचाने में मीडिया के जरिए क्या कुछ हो सकता है, इसके लिए अहम टिप्स BJP के मीडिया टीम को दे रहे हैं. प्रदेश प्रवक्ता राजौ मालवीय की भूमिका भी अपने आप में बड़ी और महत्वपूर्ण है. एक और नाम प्रदेश प्रवक्ता राकेश शर्मा, दूसरे प्रवीण नापित, दुर्गेश केसवानी, मनीष सक्सेना और कार्यालय में सत्येंद्र भूषण सिंह, इन सब की भूमिका भोपाल में रहकर BJP को जन-जन तक पहुंचाने की है. उधर मालवा अंचल में जीतू जिराती, राजपाल सिंह सिसोदिया, सांसद चिंतामणि मालवीय और ग्वालियर चंबल में राजवर्धन सिंह और उदय अग्रवाल सरीखे नेता सक्रिय हैं. महाकौशल की बात करें तो अभिलाष पांडे युवा मोर्चा के अध्यक्ष और पार्टी की नींव के पत्थर माने जाने वाले युवा नेता धीरज पटेरिया पर भी पार्टी संगठन को मजबूत बनाने की बड़ी जिम्मेदारी है. इनमें युवा नेताओं का जिक्र सिर्फ इसलिए किया जा रहा है कि यह सभी आने वाले कल के लिए BJP की ओर से वे चेहरे हो सकते हैं,जिनके हाथों में सत्ता और संगठन की बागडोर होना लगभग तय है. भोपाल में विश्वास सारंग, आलोक शर्मा, सुरेंद्र नाथ सिंह, रामेश्वर शर्मा जैसे युवा नेता सरकार और संगठन में सीधा दखल रखे हुए हैं. इन युवा नेताओं पर राज्य में चौथी बार BJP की सरकार बनाने की बड़ी जिम्मेदारी मानी जा रही है. p9827067280@gmail.com

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26 जुलाई को भोपाल में गिरफ्तारी देंगे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय

भोपाल. मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा पत्र।

मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें देशद्रोही कहे जाने पर वे दिनांक 26 जुलाई 2018 को प्रातः 11 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भोपाल से टीटी नगर थाने जाएंगे जहां वे गिरफ्तारी देंगे।

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