
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए अद्भुत काम किए हैं। यही वजह है कि अब प्रदेश के बहन-बेटियां सुरक्षित हैं और अपने पैरों पर खड़ी होकर ऊँची उड़ान भी भर रही हैं। सही मायनों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कल्याणकारी योजनाओं के फलीभूत होने से महिलाएं स्वाबलंबी बन रही हैं, आत्मनिर्भर बन रही हैं। जन जन के प्रिय सीएम शिवराज सिंह चौहान ऐसे कदम उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री के प्रयासों से आज बहन बेटियां आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़ी हो रही है। उन्हें सरकारी स्कूल की ड्रेस सिलाई, और क्राफ्ट सामग्री का काम और अब पोषण आहार का काम भी महिला स्व सहायता समूह को दिया जाएगा। रेडी टू ईट सामग्री तैयार करने कारखाने तैयार किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में अब तक ऐसे सात कारखाने बन चुके हैं, जिन्हें सिर्फ महिलाएं ही संचालित करेंगी। ऐसे में यदि कहें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बनाई गई योजनाएं महिला सशक्तिकरण और विकास के मामले में मील का पत्थर साबित हो रही है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। क्योंकि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और लाडली लक्ष्मी जैसी योजनाएं इतनी लोकप्रिय और लाभकारी सिद्ध हुई हैं कि पूरे देश में सराहा जा रहा है। मध्य प्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों से आज अगर घर में बेटी पैदा होती है तो खुशियां मनाई जाती है, क्योंकि मध्यप्रदेश में बेटी पैदा होते ही लाडली लक्ष्मी योजना के तहत लखपति हो जाती है। स्कूल में प्रवेश करते ही उसे कॉपी-किताब, ड्रेस, बस्ता और शिक्षा जैसी मूलभूत जरूरतें सरकार मुहैया कराती है। यही नहीं बालिकाओं की प्राथमिक शिक्षा हो या उच्च शिक्षा यह व्यवस्था मामा शिवराज सिंह चौहान ने की है। बच्ची जब बड़ी होती है तो हर गरीब मां बाप को यह चिंता होती है कि उसकी बेटी की हाथ पीले कैसे होंगे, शादी कैसे करेंगे तो उसकी व्यवस्था भी मामा शिवराज सिंह चौहान ने कर दी है। यानी अब प्रदेश में मां बाप को बेटी होने पर चिंता नहीं बल्कि गर्व होता है। मध्यप्रदेश में मध्य प्रदेश सरकार इस गरीब की बेटी की शादी करवाती है आर्थिक रूप से मध्यप्रदेश में बहन बेटियों को संभल बनाया जा रहा है। विवाह के साथ ही राजनीतिक के क्षेत्र में भी उनको मजबूत बनाया जा रहा है। नगर निगम, नगर पालिका में महिलाओं के लिए विशेष आरक्षण की व्यवस्था सीएम शिवराज सिंह चौहान ने की है। इसी तरह पुलिस भर्ती में भी महिलाओं के लिए विशेष आरक्षण की व्यवस्था की गई है।
बेटियों के आगे बढ़ने से दो परिवारों की स्थिति सुधरी
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में कई ऐसी योजनाएं चलाई हैं जिनका लाभ बेटियां लेकर आगे बढ़ रही हैं। कन्या पूजन से लेकर लाडली लक्ष्मी, सुकन्या समृद्धि, कन्या विवाह, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, मेधावी छात्रा, ग्रामीण छात्राओं से लेकर उनके कौशल विकास और रोजगार तक की व्यवस्था की है। यही वजह है कि आज प्रदेश की बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। बेटियों की आर्थिक स्थिति में बदलाव और उनके आत्मनिर्भर बनने से एक नहीं बल्कि दो परिवारों की स्थितियां सुदृढ़ हो रही हैं। खास बात है कि प्रदेश की इस तरह की महिला सशक्तिकरण और कल्याणकारी योजनाओं को अन्य राज्यों ने भी अपनाया है। इसका पूरा श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जाता है।
बेटियों की सुरक्षा के लिए बनाया सख्त कानून
मप्र में यदि कोई नर पशु छोटी बच्चियों पर अत्याचार करता है तो सबसे पहले फांसी का कानून मध्यप्रदेश में लाया गया। जिसे अब केंद्र सरकार द्वारा भी लागू किया गया है। बच्चियों, महिलाओं की सुनवाई सबसे पहले हो इसके लिए हर थाने में महिला हेल्प डेस्क सबसे पहले मध्य प्रदेश में बनाई गई। साथ ही बहन बेटियों को तुरंत न्याय मिल सके इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया गया। बेटियां सुरक्षित हों, सशक्त बने और स्वावलंबी हों, ऐसी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की परिकल्पना है और यह प्रदेश में लगातार फलीभूत भी हो रही है। यह इच्छा भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान की है हमेशा से रही है, इसीलिए आबादी का 50% हिस्सा यानी बहन-बेटियां अपने लाडले मुख्यमंत्री का साथ हमेशा देती हैं। मध्यप्रदेश में लगातार भाजपा को सफलता मिल रही है और भाजपा की सरकार मध्यप्रदेश में बन रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता में चार चांद लग रहे हैं। यूं ही शिवराज सिंह चौहान पूरे मध्यप्रदेश की बहन बेटियों के भाई और मामा नहीं कहलाते। आज मध्य प्रदेश बहन-बेटियों के लिए सुरक्षित वातावरण, स्वर्ग जैसा माहौल बना हुआ है। यह सब शिवराज सिंह चौहान के अथक प्रयासों से ही संभव हो पाया है।