सीएम शिवराज के सवालों का जवाब नहीं है कांग्रेस के पास………..¤राकेश शर्मा

सभी सीटें प्रचंड बहुमत से जीतेगी भाजपा

मध्यप्रदेश में नगर निगम, नगर पालिका चुनाव का प्रचार समाप्त हो गया है। अब मतदाता करेंगे उम्मीदवार के भविष्य का फैसला। नगर निगम और नगर पालिका चुनाव में मध्य प्रदेश के लाडले मुख्यमंत्री भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान ने लगातार रोड शो और सभाए की हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश की अपनी सरकार द्वारा जनता के हित में उठाए गए कदमों के बारे में और केंद्र की मोदी सरकार द्वारा जनता के हित में लिए गए निर्णयों के बारे में विस्तार से जनता को बताया है। यही नहीं सीएम ने जनता को यह भी बताया कि भविष्य में सरकार उनके लिए क्या करेगी। 15 माह की कमलनाथ सरकार द्वारा शिवराज सरकार द्वारा चलाई गई पूर्व में योजनाओं को जो कांग्रेस सरकार द्वारा बंद की गई, उस पर कांग्रेस से और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से प्रश्न भी किए जिनका जवाब ना कांग्रेस की तरफ से आया ना कमलनाथ की तरफ। दरअसल कांग्रेस के पास सीएम शिवराज के सवालों का जबाव है ही नहीं। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने जनता से कई वादे किए थे। जिनमें से एक प्रमुख वादा यह था कि कांग्रेस की सरकार बनते ही पेट्रोल और डीजल की कीमत कम की जाएगी पर इसके उलट सरकार बनते ही डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए गए थे। साथ ही मध्य प्रदेश के युवाओं को सपना दिखाया गया था कि प्रत्येक बेरोजगार युवा को चार हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा पर कमलनाथ सरकार द्वारा मध्यप्रदेश में एक भी युवा को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया गया। मेधावी छात्रों को 25 हजार रुपए और लैपटॉप नहीं दिया गया। पूरे समय पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ उनके वित्त मंत्री या कांग्रेस के नेता यही कहते रहे कि खजाना खाली है। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार बनते ही बंद हुई जनहित की योजनाएं फिर चालू की गई हैं। आज मध्य प्रदेश में विकास कार्यों ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है। हर वर्ग की चिंता शिवराज सरकार कर रही है। यही कारण है कि भाजपा को उसके परिणाम भी जनता दे रही है। विदित है कि कमलनाथ सरकार के हटते ही मध्यप्रदेश में 28 विधानसभाओं पर उप चुनाव हुए थे। जिसमें जनता ने कमलनाथ को नकारते हुए शिवराज सरकार पर भरोसा जताते हुए मतदान किया था। ज्यादातर सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को भारी मतों से जिताया था। उसके बाद एक लोकसभा और तीन विधानसभाओं पर उपचुनाव हुए। उसमें भी जनता ने खंडवा लोकसभा सहित कांग्रेस की परंपरागत सीट जोबट और पृथ्वीपुर पर भाजपा पर विश्वास कायम करते हुए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जिताया। मध्यप्रदेश में नगर निगम व नगर पालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सभी नेता एक साथ एक मंच पर नजर आए और भारतीय जनता पार्टी का चुनाव प्रचार व्यवस्थित दिखाई दिया। उसके उलट कहीं भी वरिष्ठ कांग्रेस के नेता एक साथ एक मंच पर नजर नहीं आए। कांग्रेस का प्रचार भी बिखरा बिखरा दिखाई दिया। कई नेता तो पूरे चुनाव में कहीं भी नजर नहीं आए। भाजपा के नेताओं ने एक सुर में केंद्र की मोदी सरकार व मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं की खूबियों के बारे में जनता को बताया। राजस्थान के उदयपुर की घटना हो या महाराष्ट्र के पालघर की घटना, इसका भी असर मतदाताओं में दिखाई दे रहा है। जो कहीं ना कहीं चुनाव में कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचाएगा। वहीं प्रदेश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए भाजपा को प्रचंड बहुमत के साथ विजयश्री दिलाएगा।

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief

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