
भोपाल प्रदीप जायसवाल. भारतीय जनता पार्टी में बीजेपी के एमएलए नारायण त्रिपाठी की पृथक विंध्य प्रदेश की मांग सरकार और संगठन के लिए गले की फांस बनती जा रही है… नारायण त्रिपाठी ने पिछले कुछ दिनों से इस मुहिम की वजह से कई बार बीजेपी की खुलकर मुखालफ़त भी की है… हाल ही में नारायण त्रिपाठी ने त्रिस्तरीय पंचायत, नगरीय निकाय के चुनाव में चाहे विंध्य प्रदेश समर्थित उम्मीदवार कांग्रेस का भी चुनावी मैदान में था तो उसका भी प्रचार करने में जरा भी हिचक नहीं दिखाई… अंदरखाने की मानें तो विंध्य प्रदेश की ज्यादातर पंचायतों और जिला परिषदों में नारायण त्रिपाठी समर्थित उम्मीदवारों की जीत का दावा किया गया है… नारायण त्रिपाठी की नाराजगी को देखते हुए बीजेपी उन्हें साधने का हरसंभव प्रयास कर रही है. सूत्रों की मानें तो 2 दिन पहले नारायण त्रिपाठी को सरकार के संकटमोचक और प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का फोन पर बुलावा गया. इसके बाद नारायण त्रिपाठी रात में ही मैहर सतना से रवाना हुए और कल सुबह उनकी डॉ. नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात हुई. हालांकि, यह मुलाकात राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बताई जाती है, लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा रहा है कि नारायण त्रिपाठी से उनकी नाराजगी और अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई है. नारायण त्रिपाठी को सरकार में आश्वासन के बावजूद मंत्री न बनाए जाने की बात भी खल रही है. इधर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने चुटकी लेते हुए तंज कसा है कि हां की जीत हुई है….