मध्य प्रदेश मीना समाज सेवा संगठन भोपाल
-निर्वाचन अधिकारी द्वारा 9 जनवरी को दिए जाएंगे प्रमाणपत्र

भोपाल UPDATE MPCG. मध्य प्रदेश मीना समाज सेवा संगठन के प्रबंध कार्यकारिणी चुनाव में जगदीश सिंह मीना को फिर से निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया है। यह घोषणा संगठन के निर्वाचन अधिकारी वीरभान सिंह मीना ने बुधवार को की। उन्होंने बताया कि प्रबंध कार्यकारिणी के पद हेतु वैध नियोजन पत्रों की वापसी के बाद और उम्मीदवारों की संख्या, जिन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस नहीं ली है, पदों की संख्या के बराबर है। अतः माननीय उच्च न्यायालय के आदेश दिनांक 1 दिसंबर 2021 का पालन करते हुए मध्यप्रदेश सोसायटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1973 के अनुसार स्वीकृत उपनियम 17(4) के अंतर्गत प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य पदों पर निर्विरोध निर्वाचित पदाधिकारियों की घोषणा कर दी गई। संगठन के सहायक निर्वाचन अधिकारी और प्रदेश प्रचार मंत्री बीएल मारण ने बताया कि जो पदाधिकारी निर्विरोध चुने गए हैं, उनमें प्रदेश अध्यक्ष जगदीश सिंह मीना के अलावा लीलेन्द्र सिंह मारण, जुगनू धनावत, देवकरण मीणा, गौरी शंकर मीणा तथा गजेंद्र सिंह रावत को प्रदेश उपाध्यक्ष निर्वाचित किया गया है। इसी तरह एडवोकेट संतोष मीना तथा अशोक मीना मुबारकपुर प्रदेश महामंत्री और हरगोविंद मारण को संगठन का प्रदेश कोषाध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया गया है। इसके अलावा रेवती प्रसाद मीणा प्रदेश संगठन मंत्री, बृजमोहन मीणा, मनोहर मीणा तथा अशोक मीना इमलिया प्रदेश मंत्री चुने गए हैं। उन्होंने बताया कि विजय मीणा, आनंद कुमार मीणा, घनश्याम मीणा उज्जैन, जसवंत सिंह मीणा, नरेंद्र मीणा, द्वारका प्रसाद मीणा, संजय मीणा, रामगोपाल मीणा, ताराचंद मारण, ध्रुव विजय सिंह मीणा, एडवोकेट राम प्रकाश मारण, डॉ. रविंद्र कुमार मीणा, केशव सिंह रावत, वीरेंद्र सिंह रावत, श्रीमती मथुरा रावत, विमल मीणा, राधेश्याम मीणा, प्रीतम दास, हरभजन मीना, सुनील मीना एवं डॉ. मनीष सिंह कुराड़ा को प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के रूप में निर्विरोध निर्वाचित किया गया है। निर्वाचन अधिकारी वीरभान सिंह मीना ने बताया कि संगठन के त्रिवार्षिक प्रबंध कार्यकारिणी चुनाव की प्रक्रिया हालांकि 15 सितंबर 2021 को प्रारंभ की गई थी, किंतु कुछ आपत्तियों के कारण 12 अक्टूबर को यह प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी। बाद में उच्च न्यायालय के आदेश दिनांक 1 दिसंबर 2021 का पालन करते हुए निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू की गई, जिसमें 20 दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच और 21 दिसंबर को नाम वापसी के बाद 22 दिसंबर को पदाधिकारियों के निर्वाचन की घोषणा के बाद 9 जनवरी को निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित साधारण सभा में निर्वाचन प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे.