हबीबगंज रेलवे स्टेशन को एसोचैम द्वारा मिली 5 स्टार जेम रेटिंग


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  • भारतीय रेलवे में पहली बार, पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन, कार्यालय भवन और स्टाफ क्वार्टर के लिए दी गई है 5 स्टार जेम रेटिंग

भोपाल, 3 जुलाई 2021: जेम 5 प्राप्त करने योग्य सर्वश्रेष्ठ रेटिंग स्तर है और आईआरएसडीसी इस बात से उत्साहित है कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन को एसोचैम द्वारा ग्रीन, सस्टेनेबल डिज़ाइन और इको-फ्रेंडली प्रोजेक्ट के लिए जेम (GEM) सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन में जेम 5 रेटिंग से सम्मानित किया गया है। आज यानी 02/07/2021 को भोपाल में डीआरएम कार्यालय में एसोचैम जेम के चेयरमैन श्री पंकज धारकर द्वारा भोपाल के डीआरएम श्री उदय बोरवणकर, आईआरएसडीसी के एजीएम श्री राजेश मंडलोई, डेवलपर श्री सुनील बंसल को जेम सस्टेनेबल बिल्डिंग सर्टिफिकेट सौंपा गया।

एसोचैम के जेम सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन रेटिंग प्रोग्राम का उद्देश्य पर्यावरण के अनुकूल ग्रीन बिल्डिंग डिजाइन और निर्माण को बढ़ावा देना है। इस पहल के माध्यम से, एसोचैम आवास, शहरी विकास, आवासीय, वाणिज्यिक, होटल, कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, कारखाने की इमारतों और संबंधित विकास के लिए सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन रेटिंग प्रदान करता है।

जेम रेटिंग न केवल हबीबगंज रेलवे स्टेशन बिल्डिंग बल्कि रीलोकेशन स्ट्रक्चर यानी वेस्ट सेंट्रल रेलवे के निर्माण कार्यालय और नवनिर्मित 34 स्टाफ क्वार्टरों को भी प्रदान की गई है। रेलवे स्टेशन का डिजाइन और निर्माण ग्रीन बिल्डिंग मानकों के अनुसार किया गया है जिसमें प्राकृतिक प्रकाश का अधिकतम उपयोग, बेहतर वेंटिलेशन, रिसाइकिल करने योग्य सामग्री का उपयोग, रिसाइकल्ड पानी का उपयोग, सौर ऊर्जा का दोहन, वर्षा जल संचयन, पर्यावरण के अनुकूल निर्माण शामिल है। इसके लिए स्टेनेबल बिल्डिंग डिजाइन को अपनाया गया है और भवन के निर्माण और उपयोग के दौरान पर्यावरण को न्यूनतम नुकसान सुनिश्चित करने के लिए जलवायु के प्रति जागरूक दृष्टिकोण भी अपनाया गया है। स्टेनेबल बिल्डिंग डिजाइन पारंपरिक इमारतों की तुलना में ऊर्जा, पानी, प्राकृतिक संसाधनों, कम अपशिष्ट उत्पादन का सर्वोत्कृष्ट उपयोग सुनिश्चित करता है और स्वस्थ और आरामदायक जीवन के लिए जगह बनाता है।

इसे लेकर आईआरएसडीसी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री एसके. लोहिया ने कहा “हबीबगंज रेलवे स्टेशन को इसके मूल में सस्टेनेबिलिटी के साथ पुनर्विकसित किया गया है। यह स्टेशन विश्व स्तरीय ग्रीन बिल्डिंग मानदंडों और बेस्ट-इन-क्लास निर्माण तकनीकों का उदाहरण है, जिसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के अनुरूप डिजाइन और विकसित किया गया है। हम इस सम्मान से बहुत खुश हैं और हम एसोचैम के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं। यह उपलब्धि रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के माध्यम से भारतीय रेलवे की छवि को उत्तम से सर्वोत्तम करने की हमारी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है, जो न केवल भविष्यवादी है बल्कि इसमें सस्टेनेबिलिटी भी शामिल हैं।“

नए स्टेशन और अन्य भवनों का डिजाइन और निर्माण नेशनल बिल्डिंग कोड के नियमों का पालन करते हुए किया गया है। हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर अपनाई गई प्रमुख ग्रीन इनिशिएटिव में सौर ऊर्जा का उपयोग, जल संरक्षण, पर्यावरण के अनुकूल सामग्री का उपयोग, पर्यावरण संबंधी मंजूरी, अग्नि सुरक्षा, कुशल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, निर्माण प्रबंधन, ऊर्जा दक्ष विद्युत उपकरणों का उपयोग, प्राकृतिक रोशनी का उपयोग, सब-वे में वेंटिलेशन, भोपाल मेट्रो रेल के साथ एकीकरण, अत्याधुनिक पार्किंग सुविधाएं, फुटपाथ, बिजली के मीटर, यात्रियों की सुरक्षा और दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं आदि शामिल हैं।

आईआरएसडीसी के बारे में:

भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड (आईआरएसडीसी), आरएलडीए, इरकॉन और राइट्स की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है। आईआरएसडीसी, भारतीय रेलवे के रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय 24×7 हब में बदलने के मिशन के केंद्र में है और रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए नोडल एजेंसी और मुख्य परियोजना विकास एजेंसी (पीडीए) है। इन पुनर्विकसित रेलवे हब को ‘रेलोपोलिस’ कहा जाएगा, क्योंकि यह निवेश और व्यापार के अवसरों को आकर्षित करेगा।

रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास को तेज करने और कमर्शियल डेवलपमेंट के वास्तविक मूल्य का उपयोग करने के लिए, आईआरएसडीसी / रेल मंत्रालय द्वारा निम्नलिखित उपकरण विकसित किए गए हैं, जो भारत में रेलवे स्टेशनों की योजना, डिजाइन, निविदा, कार्यान्वयन और प्रबंधन के लिए सभी प्रक्रियाओं को कारगर बनाने के लिए हैं: –

  1. स्टेशन पुनर्विकास और स्टेशन सुविधा प्रबंधन के लिए मॉडल एग्रीमेंट्स;
  2. रेलवे स्टेशनों के लिए मानकों और विनिर्देशों के लिए मैनुअल अप्डेशन; रेल मंत्रालय द्वारा लाया गया;
  3. रेलवे स्टेशन (पुनर्विकास) विकास के लिए मास्टर प्लानिंग और वैल्यू क्रिएशन के लिए हैंडबुक;
  4. भारतीय रेलवे में विकलांग व्यक्तियों (दिव्यांगजन) के लिए सुगमता और सुविधाओं के प्रावधानों के मानकों के लिए सामंजस्यपूर्ण दिशानिर्देश- रेल मंत्रालय
  5. रेलवे भूमि के भीतर वाणिज्यिक विकास के लिए फॉर्म-आधारित कोड्स: –
    5.1- स्टेशन एरिया लेआउट रेगुलेटिंग प्लांस के लिए कोड्स;
    5.2- प्रॉपर्टी डेवेलपमेंट कार्ड्स (वाणिज्यिक विकास) के लिए कोड्स;
    5.3- कमर्शियल डेवलपमेंट के भीतर आर्किटेक्चरल डिजाइन के लिए कोड्स;
    5.4- कमर्शियल डेवलपमेंट के भीतर ग्रीन बिल्डिंग के लिए कोड्स;
  6. लेआउट रेगुलेटिंग प्लांस और प्रॉपर्टी डेवेलपमेंट कार्ड्स तैयार करने के लिए हैंडबुक;
  7. हेरिटेज रेलवे एसेट्स के अपग्रेडेशन के लिए कोड; (पूरे प्रोजेक्ट लाइफसाइकिल के लिए)

आईआरएसडीसी / रेल मंत्रालय द्वारा विकसित इन उपकरणों के आवेदन के साथ, रेलोपोलिस में सार्वजनिक क्षेत्र की उपलब्धता बढ़ जाएगी, इस तरह के पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों को सही मायने में “सिटी सेंटर” के रूप में परिवर्तित किया जा सकेगा।

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Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief