दलित महिला से मारपीट के दोषी चिकित्सक की वापसी हुई तो होगा आंदोलन
खिरकिया UPDATE/ दैनिक जयहिन्द न्यूज़।दलित महिला से मारपीट के मामले में निलंबित चिकित्सा की अगर खिरकिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वापसी होती है, तो आम जनता आंदोलन के रास्ते पर नजर आ सकती है। ऐसे संकेत मिलना साफ हो चलें है। जनसुनवाई में पहुंचकर निलंबित डॉक्टर को बहाल करने की मांग के विरोध में स्वर भी तेज हो चलें है। युवा नेता किशोर राठौर का कहना है कि आम जनता की राय जानने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि निलंबित डॉक्टर की बहाली किसी भी सूरत में नहीं होनी चाहिए। महिलाओं समेत बड़ी संख्या में नागरिकों का हस्ताक्षरित एक आवेदन खिरकिया अनुविभागीय अधिकारी को सौंपा गया। आवेदन के माध्यम से बताया गया कि बीते दिनों चारूवा की दलित महिला से मारपीट के मामले में आरोपी डॉक्टर आरके विश्वकर्मा को होशंगाबाद कमिश्नर द्वारा दोषी पाए जाने पर निलंबित किया गया था। प्रशासन के इस निर्णय से खिरकिया क्षेत्र के लोगों में न्याय के प्रति आस्था मजबूत हुई थी। अगर कुछ लोगों के दबाव में डॉक्टर की वापसी की जाती है तो आंदोलन किया जाएगा। आवेदन पर किशोर राठौर पार्षद सविता राजपूत पार्षद ममता मान सिंह राजपूत जितेंद्र यादव पूजा यादव सनी ठाकुर अमन गुप्ता महेंद्र शर्मा पिंटू तिवारी युवराज सिंह मनोज दुर्गेश माया सरोज सुनीता सावित्री मीणा अनुसूईया ढोके संगीता उमरिया अनार चोरे प्रेम बाई इंदिरा बाई मनीषा बाई पुष्पा बाई प्रीति रामकूचे रेखा ऊषा सीमा बिल्लौरे रेखा सेजकर सविता उमरिया समेत बड़ी संख्या में हस्ताक्षर किए गए हैं।
अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ ने भी चेताया, दोषी की वापसी हुई तो होगा आंदोलन
भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति हरदा जिलाध्यक्ष लक्ष्मण सिटोले ने चेतावनी दी है कि यदि निलंबित डॉक्टर की पुनः बहाली की गई तो प्रकोष्ठ जोरदार आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के लिए सिर्फ और सिर्फ नए डॉक्टर की ही नियुक्ति की जानी चाहिए। UPDATEMPCG.COM
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