क्या इसे भारत को बेचने की तैयारी कहें ?

क्या इसे भारत को बेचने की तैयारी कहें ??

बजट रोटी कपडा मकान से दूर निजीकरण पर आधारित : जनता कांग्रेस

नईदिल्ली : देश के 2021 आम बजट पर जनता कांग्रेस महासचिव अमित वर्मा ने अपनी राय प्रकट करते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला है ! वर्मा ने कहा कि सबकुछ बेचने को तैय्यार वर्तमान सरकार ने ईस्ट इंडीया कंपनी की यादें ताजें करते हुये पर्दे के पीछे काम कर रही वैस्ट इंडीया कंपनी की मंशा स्पष्ट कर दी है ! सरकार अपने संसाधनो को विकास के नाम पर बेचने की बात कर रही है जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक बेचने की तैयारी, एलआईसी जैसे फलदायी उपक्रम को निजी निवेश में देने की तैयारी, गेल ,इंडियन आईल कॉर्पोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम एचपीसीएल पाईपलाईन निजी हाथों में देंगे , छोटे शहरों के हवाई अड्डे, वेयरहाऊसिंग कार्पोरेशन में निजीकरण, नेशनल हाइवे अथॉरिटी के पांच हाईवे निजी होंगे, खेल स्टेडियम, रेल्वे, बिजली वितरण आदि कई सरकारी व्यवस्थाओं को निजी हाथों में देने की घोषणा ने इस देश को बाजार बना डाला है ! एक ऐसा देश जहां अब देशी विदेशी निवेशक ताकते राज कर वापस सामंतवाद को ले आयेंगी और लोकतंत्र धीरे धीरे समाप्त होने लगेगा जैसा अंग्रेजो ने ईस्ट इंडिया कंपनी बनाकर किया था !

बजट में विनिवेश नीति स्पष्ट रूप से कह रही है कि केन्द्र सरकार के उद्यमों को दो सेक्टरों में बांटा गया है और दोनो ही सेक्टरों में सरकारी उद्यमो को निजीकरण या बंद करने की बात कही गयी है ऐटोमिक एनर्जी, स्पेस, डिफैन्स ,बैंक, बीमा, पेट्रोलियम, पावर सैक्टर तक को निजीकरण के अवसर दिये जा रहे हैं जो कि यही दर्शाता है कि अब सरकार सबकुछ बेचने को तैय्यार है !

वर्मा ने कहा कि दुनिया के सभी देशों में सड़क पर चल रही गाडीयों की आयु और क्षमता मॉडल वर्ष से नहीं बल्कि फिटनेस पर निर्भर होती है ऐसे में बीस साल पुरानी गाड़ीयों को जबरन तुडवाना और उन्हे तोड़ने के लिये भी निजी उद्योग की रूपरेखा बनाना अत्यंत ही निराशाजनक फैसला है मोदी सरकार का !

आज देश का किसान परेशान है मध्यम व्यापारी बर्बाद है युवा बेरोजगार है इनको छोड़कर इस तरह की घोषणा वाला बजट जनहितैषी कैसे हो सकता है ?
आप एनजीओ की मदद से 100 नये सैनिक स्कूल बनवाकर विकास की बात कर रहे हैं पहले से चल रहे 29 सैनिक स्कूलों की हालात सुधारने के बजाये इस नयी घोषणा को साकार करने के लिये एनजीओ कहां से आयेंगे कोई नहीं जानता !
पेट्रोल, डीजल ,घरेलू गैस की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि सैस के नाम पर अप्रत्यक्ष मानसिक अत्याचार नहीं तो क्या है ?
कुल मिलाकर बस यही कहा जा सकता है कि भारत में सरकार अब जिम्मेदारी मुक्त हो रही है और आज भारत का मतलब एक बाजार बन गया है और सरकार तैय्यार है नियम कायदे कानून बनाकर इस देश को पैसे के लिये निजी हाथों में सौंपने को..

आज जनता कांग्रेस देश के उन लाखों करोड़ों मतदाताओं की ओर से मोदी जी आपसे यह सवाल करती है कि मोदी जी सिर्फ यह बताईये कि आप जो बेच रहे हैं उसे खरीदेगा कौन? देशी या विदेशी ताकतें ! 101 % जवाब है कि विदेशी आधारित ताकते , तो क्या यही है मोदीजी आपका आत्मनिर्भर भारत..!!

Amit Verma
National Gen Secretary
Janata Congress Party.
Mb : 8871678817

Pradeep Jaiswal

Political Bureau Chief