कार्यकर्ता भाव के पर्याय थे नंदू भैया
वरिष्ठ नेताओं ने दी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्व. नंदकुमारसिंह चौहान को श्रद्धांजलि
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री नंदकुमारसिंह चौहान नगरपालिका अध्यक्ष से लेकर विधायक, 2 बार प्रदेश अध्यक्ष और लगातार सांसद जैसे बड़े दायित्व रहे, लेकिन वे हमेशा सरलता और सहजता रहे। उनमें हमेशा कार्यकर्ता भाव जाग्रत था। संगठन ने जो भी जिम्मेदारी थी, उसे उन्होंने पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ पूरा किया। नंदू भैया एक आदर्श कार्यकर्ता के पर्याय थे। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने मंगलवार को स्व. नंदकुमारसिंह चौहान जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कही। भारतीय जनता पार्टी ने स्व. नंदू भैया की स्मृति में प्रदेश कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया था, जिसमें पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्व. श्री चौहान को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
नंदू भैया के लिए पार्टी पहले और जीवन बाद में था : शिवराजसिंह चौहानमुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने स्व. नंदकुमारसिंह चौहान का स्मरण करते हुए कहा कि स्व. नंदू भैया ने जीवन पर्यन्त भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में काम किया। उनके लिए हमेशा पार्टी पहले थी। मुख्यमंत्री ने स्व. नंदू भैया द्वारा लिखे गए अंतिम पत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि जब वे कोरोना पॉजिटिव हुए तो फोन पर उनसे मेरी बात हुई। इस दौरान मेरा खण्डवा बुरहानपुर दौरा बना था जिसको लेकर मैंने उनसे कहा कि दौरा आपके बिना अच्छा नहीं लगेगा। जब नंदू भैया को लगा कि वे स्वस्थ नहीं हो पायेंगे तब उन्होंने अपने हाथों से लिखा पत्र अपने सहयोगी को दिया। इस पत्र में उनका समस्त व्यक्तित्व समाया हुआ है। उन्होंने अपने अंतिम पत्र में लिखा था कि ‘‘मुख्यमंत्री जी से कहना खण्डवा, बुरहानपुर दौरा बनाकर चले जाए मुझे अस्पताल में समय लगेगा, चुनाव महत्वपूर्ण है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने अंतिम समय में भी नंदू भैया ने खुद की चिंता न करते हुए चुनाव में भाजपा की विजयी कामना की। उनके लिए पार्टी पहले और जीवन बाद में था। जीवन पर्यन्त उन्होंने इसी चरित्र का प्रमाण दिया।
पुरानी और नई पीढ़ी के बीच सेतु थे नंदू भैयाश्री चौहान ने कहा कि नंदू भैया की लोकप्रियता सिर चढ़कर बोलती थी। लोग उनके सरल और सहज व्यवहार के दीवाने थे। क्षेत्र में एक ही नारा लगता था निमाड़ की नैया नंदू भैया। उनके चेहरे पर तेज, वाणी में ओज और उनकी जिव्हा पर सरस्वती विराजती थी। कार्यकर्ता के नाते वे हमारे आदर्श थे। उन्हें पार्टी ने जो काम दिया उसमें कभी पीछे नहीं हटते थे। प्रवास सरलता और सहजता उनकी पहचान थी। वे पुरानी और नई पीढ़ी के बीच सेतु थे। उन्होंने ठाकरे जी, पटवा जी, कैलाश जोशी जी के साथ काम किया तो वहीं आज की युवा पीढ़ी के साथ भी कदम से कदम मिलाकर काम किया। वे अहंकार शून्य और कुशल संगठक थे। वे कार्यकर्ताओं के दिलों में राज करते थे। उन्होंने कहा कि हम सभी वैसे कार्यकर्ता बनें जैसे नंदू भैया कार्य करते थे। यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सरल, सहज होना कोई नंदू भैया से सीखे : विष्णुदत्त शर्माश्री विष्णुदत्त शर्मा ने स्व. नंदकुमारसिंह चौहान का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि मुझे नंदू भैया के साथ काम करने का मौका मिला। दो बार नगरपालिका अध्यक्ष, छात्रसंघ अध्यक्ष, विधायक, सांसद, प्रदेश महामत्रीं और प्रदेश अध्यक्ष जैसी बड़ी जिम्मेदारी पर रहने के बावजूद वे सरल और सहज व्यक्तित्व के धनी थे। बड़े दायित्वों पर कितना सरल, सहज होना नंदू भैया से सीखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि निमाड़ और प्रदेश के विकास को लेकर उनमें तड़प थी। उनमें हमेशा एक कार्यकर्ता जीवंत रहता था। उनके व्यक्तित्व, काम और स्वभाव में जो हमेशा दिखाई देता था। उन्होंने कहा कि जननेता किसे कहा जाता है, जनता की भावनाएं अपने नेता से कैसे जुड़ी रहती है यह उनकी अंतिम यात्रा में देखने को मिला। जिस तरह का हुजूम उन्हें नम आंखों से विदाई देने पहुंचा था वह उनके विशाल व्यक्तित्व को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के आधार स्तंभ थे। उन्होंने हजारों कार्यकर्ता खडे किए। श्री शर्मा ने कहा कि नंदू भैया के कामों को संकल्प लेकर कार्यकर्ता आगे बढ़ेंगे।
जन-जन के नेता थे नंदू भैया : हितानंद जीप्रदेश सह संगठन महामंत्री श्री हितानंद जी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मांधाता और नेपानगर उपचुनाव के दौरान उनके साथ काम करने का मौका मिला। प्रदेश अध्यक्ष जैसे दायित्व पर रहने और लगातार सांसद होने के बाद भी वे चुनाव में सामान्य कार्यकर्ता की तरह काम करते थे। यही उनके व्यक्तित्व की खासियत थी। उन्होंने कहा कि उनकी अंतिम यात्रा में पूरा शाहपुर शोक में डूबा था। घर के बाहर छतों पर जनता आंखों में आंसू लिए अपने नेता को विदाई दे रही थी। जननेता होना और समाजसेवा से जुड़ा होना स्व. नंदू भैया से सीखा जा सकता है। वे जन जन के नेता थे। ईश्वर अपने श्रीचरणों में स्थान दें।
कार्यकर्ताओं के सुरक्षा कवच थे नंदू भैया : आर्यअनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालसिंह आर्य ने स्व. नंदू भैया का स्मरण करते हुए कहा कि जब वे प्रदेश अध्यक्ष थे तब मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला। वे छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं की चिंता करते थे। उन्होंने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों में कार्यकर्ताओं के साथ नंदू भैया सुरक्षा कवच के रूप में खड़े रहते थे। किसी नेता द्वारा अपने कार्यकर्ता की कैसे चिंता की जाती है यह नंदू भैया से सीखने को मिलता है। नंदू भैया का निधन पार्टी ही नहीं मेरी व्यक्तिगत क्षति है। श्रद्धांजलि सभा में पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री रघुनंदन शर्मा, प्रदेश शासन के मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, श्री प्रद्युम्नसिंह तोमर, श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर, श्री रामिंकशोर कावंरे, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री मुकेश चतुर्वेदी, प्रदेश महामंत्री श्री भगवानदास सबनानी, श्री हरिशंकर खटीक, प्रदेश मंत्री श्री राहुल कोठारी, प्रदेश कार्यालय मंत्री डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री लोकेन्द्र पाराशर, पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ला, श्री रामपाल सिंह, श्री गौरीशंकर विसेन, पूर्व विघायक श्री विजेन्द्रसिंह सिसोदिया, श्री शंकरलाल तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व सांसद श्री आलोक संजर, श्री हितायतुल्ला शेख, सुश्री राजो मालवीय, श्री रमेश शर्मा गुट्टू भैया, श्रीमती लता एलकर, श्री दर्शनसिंह चौधरी, श्री वैभव पंवार, श्री रफत वारसी, श्री राघवेन्द्र गौतम, श्री सूरज कैरो, श्री विजय दुबे, जिलाध्यक्ष श्री सुमित पचौरी, श्री इकबाल सिह गांधी, श्री राकेश सुराना, श्री भक्तपाल सिंह, डॉ. राजेश शर्मा, श्री राजमल कुशवाह, श्री केदारसिह मंडलोई, श्री सुरेन्द्र शर्मा, श्री पंकज चतुर्वेदी, श्री दुर्गेश केशवानी, श्री आशीष अग्रवाल, श्री महेश शर्मा, श्रीमती तपन तोमर, श्री विजय दुबे, श्री राकेश शर्मा, श्री बृजगोपाल लोया, श्री हिरेन्द्र बहादुर सिंह, सुश्री सरिता देशपाण्डे, श्रीमती शशि सिन्हों, श्री माधवसिंह दांगी, श्री अभयप्रताप सिंह, श्री सुरजीत सिंह चौहान, श्री अनिल अग्रवाल, श्री राम बंसल, श्री राजेन्द्र गुप्ता, श्री केवल मिश्रा, श्री बालिस्ता रावत, श्रीमती वंदना जाचक, श्री सुधीर जाचक, श्रीमती हंसकुवर राजपूत, श्री पदमसिंह ठाकुर, श्री सुनील सिंह चौहान, श्री प्रयाग रधुवंशी, श्री शैलेन्द्र अग्रवाल, डा. अभिजीत देशमुख, डॉ. सुनील राय, श्रीमती भावना सिंह, श्री गीत धीर, श्री पीयूष शर्मा, श्री प्रेम गुरू, श्री मुकुल लोखण्डे, श्री सुमित पाण्डे ने भी स्व. नंदू भैया के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर पुण्य स्मरण किया।
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