-जांच के निष्कर्षों के आधार पर सहायक आयुक्त आबकारी खरे को निलंबित भी किया जायेगा और बर्खास्त भी
भोपाल, 23 अक्टूबर, 2019, भोपाल updatempcg.com
दैनिक जयहिन्द न्यूज़।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभय दुबे
ने जारी एक बयान में बताया है कि सहायक आयुक्त आबकारी आलोक खरे के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही कमलनाथ सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े रूख को साफ करती है। वहीं प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का आचरण सौ-सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली जैसा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को इस बात को स्पष्ट करना चाहिए कि क्यों वर्षों तक आलोक खरे को आबकारी विभाग के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण जिलों जैसे इंदौर, धार, रतलाम, खरगोन में लगातार न सिर्फ पदस्थापना मिलती रही, अपितु भ्रष्टाचार से लूट की खुली छूट भी तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा दी गई। क्या शिवराजसिंह चौहान जी को धार और रतलाम में पदस्थापना के दौरान आलोक खरे के खिलाफ अपनी ही विधायक नीना वर्मा की शिकायत याद नहीं है, जनप्रतिनिधि लगातार शिकायत करते रहे और मामा सरकार आलोक खरे को संसाधनों की लूट की खुली छूट देती रही।
श्री दुबे ने कहा कि शिवराजसिंह चौहान अपने कार्यकाल का एक भी उदाहरण प्रस्तुत करें, जब लोकायुक्त की कार्यवाही के बाद किसी भी अधिकारी को तत्काल निलंबित अथवा बर्खास्त किया गया हो। आलोक खरे पर लोकायुक्त की कार्यवाही के बाद उन्हें भोपाल संभाग के उड़नदस्ते में पदस्थ किया गया है, जहां वे किसी भी प्रकार से अपनी जांच को प्रभावित नहीं कर सकते। इसके पहले भी जब भी शिवराज सरकार में इस प्रकार की कार्यवाही हुई है, तब संबंधित अधिकारी को या तो उड़नदस्ते में रखा जाता रहा है या फिर मुख्यालय भेज दिया जाता रहा है।
श्री दुबे ने बताया कि भीषणतम भ्रष्टाचार में डूबे हुए भाजपाई नेता नैतिकता का पाठ पढ़ाने का अधिकार नहीं रखते। शिवराज जी आप आत्ममंथन करिये कि कैसे आबकारी विभाग का एक अधिकारी आपकी सत्ता की सरपरस्ती में प्रदेश के संसाधनों को लूटकर सैकड़ों करोड़ की काली कमाई का धनकुबेर बन गया। यह तो भला हो कमलनाथ सरकार का जिन्होंने समय रहते भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाया। जांच के निष्कर्षों के आधार पर उक्त सहायक आयुक्त आबकारी खरे को निलंबित भी किया जायेगा और बर्खास्त भी। UpdateMpCg/Bhopal
You must be logged in to post a comment.